वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के वफादार सांसद ने मंगलवार को विपक्ष ने नेता जुआन गुइदो की इम्युनिटी छीन ली है। साथ ही संकट के दौर से गुजर रहे देश का खुद को राष्ट्रपति घोषित करने के लिए उच्च अदालत को गुइदो को अपराधी करार देने का अधिकार दिया है।
50 देशों से अधिक की मान्यता के साथ जुआन गुइदो ने खुद को वेनुजुएला का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया था। उन्होंने कुछ समय पूर्व सरकारी एजेंटो द्वारा अपहरण की प्रतिक्रिया जाहिर की थी। दो वर्ष पूर्व स्थापित विवादित संस्था के आलोचकों के मुताबिक यह रबर स्टाम्प मादुरो का निर्णय है और इसमें विपक्षी बहुमत वाली नेशनल असेंबली को दरकिनार किया गया है।
यात्रा प्रतिबन्ध का उल्लंघन
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक संवैधानिक असेंबली के अध्यक्ष डीओसडाडो काबेल्लो ने ऐलान किया कि “मादुरो समर्थक सांसदों ने शीर्ष अदालत को सर्वसम्मति से गुइदो पर मुकदमा चलाने का अधिकार दिया है। साथ ही उन पर 29 जनवरी को देश छोड़ने पर लगाई पाबन्दी का भी उन्होंने उल्लंघन किया है।
23 जनवरी को खुद को वेनुजुएला का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर क्या गुइदो राष्ट्रपति मादुरो की ताकत छीनना चाहते थे, अदालत इस बात की तफ्तीश कर रही है। जुआन गुइदो को न संवैधानिक असेंबली ने और न ही अदालत ने मान्यता दी थी और यह निर्णय गैर कानूनी है।
अदालत ने सोमवार को कहा कि “गुइदो ने वेनेजुएला के यात्रा प्रतिबन्धों का उल्लंघन किया है। उन्होंने अर्जेंटीना, ब्राज़ील, कोलंबिया, इक्वेडोर और पुरुगे की थी।” बीते हफ्ते वेनेजुएला के ऑडिटर जनरल ऑफिस ने ऐलान किया कि वह गुइदो से 15 वर्षों के लिए सार्वजानिक दफ्तरों अपने नियंत्रण में रखने का अधिकार छीन रहे हैं।”
बिजली की आपूर्ति
वेनेजुएला में राजनीतिक रस्साकस्सी के साथ ही देश कई मुसीबतों को झेल रहा है। मादुरो की सरकार देश के प्रमुख हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर प्लांट को ध्वस्त करने का जिम्मेदार कठिय आतंकी हमलो को करार देती है। साथ ही ऐलान किया कि वह ऊर्जा मंत्री के पद से सेवानिवृत्त जनरल लुइस मोट्टा डोमिंगुएज़ को हटाकर इगोर गाविद्या लीओन को नियुक्त करेंगे।
राष्ट्रपति मादुरो ने कहा कि “नए मंत्री को इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्री का 25 वर्ष का अनुभव है। वह एक इंजीनियर है।” रविवार को मादुरो सरकार ने 30 दिनों तक बिजली की कभी का ऐलान किया था और स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया था। स्कूल और यूनिवर्सिटी को बुधवार को खोलने को कहा गया है। देश में पम्पिंग स्टेशन कार्य नहीं कर रहे हैं और पानी की सुविधा भी सीमित है, इसलिए बिजली का अभाव होगा।
रूस और अमेरिका में तनाव
अमेरिका में सत्ता को लेकर दो पक्षों के ब्नीच बड़ा गहरा संकट है।
अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों नें निकोलस मदुरो को हटाने की मांग की है और फिर से चुनाव कराने की मांग की है।
बीबीसी के मुताबिक नोकोलास मदुरो का कहना है कि अमेरिका वेनेजुएला में अशांति फैलाना चाहता है और वेनेजुएला के तेल भंडार पर कब्ज़ा करना चाहता है।
युआन गुइडो दूसरी और बार-बार अमेरिका और अन्य देशों से शांति स्थापित करने की मांग कर रहे हैं।
मार्च 2019 तक विश्वभर में 50 से ज्यादा देशों नें निकोलस मदुरो को अवैध राष्ट्रपति बताया है और युआन गुइडो को सही नेता बताया है।
वेनेजुएला की मदद के लिए रूस नें हाल ही में वहां पर अपनी सेना को भेजा दिया था। रूस के अलावा चीन नें भी अपनी सेना को हाल ही में वहां भेजा था।
अमेरिकी प्रशासन नें रूस को तुरंत वेनेजुएला से जाने को कहा था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और विदेश सलाहकार माइक पोम्पिओ नें कहा था कि रूस को वेनेजुएला से निकल जाना चाहिए और रूस में शान्ति स्थापित करने की कोशिश करनी चाहिए।
डोनाल्ड ट्रम्प नें हाल ही में कहा था कि रूस को अपनी सेना को वेनेजुएला से निकालना चाहिए और फिर वेनेजुएला में फिर से चुनाव करने चाहिए। रूस नें हालाँकि निकोलस मदुरो की सरकार को सही माना है और फिर से चुनाव कराने के मुद्दे को बाहर कर दिया है।
चीन भी इस संकट में रूस के पक्ष में है और अमेरिका का विरोध कर रहा है।