म्यांमार हिंसा के सरकारी आंकडे गलत, 6700 रोहिंग्या मारे गए थे पहले महीने में
म्यांमार ने रोहिंग्या मुसलमानों की मौत का आंकडा 400 बताया था जबकि एमएसएफ के सर्वे में रोहिंग्या की मौत का आंकडा 6700 से अधिक है।
म्यांमार ने रोहिंग्या मुसलमानों की मौत का आंकडा 400 बताया था जबकि एमएसएफ के सर्वे में रोहिंग्या की मौत का आंकडा 6700 से अधिक है।
मानवाधिकार वॉच ने दोनों सरकारों को पत्र लिखकर कहा है कि रोहिंग्या की घर वापसी म्यांमार में स्थिति सामान्य होने से पहले ही हो रही है।
पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की पहुंच अब रोहिंग्या मुसलमान तक हो रही है। रोहिंग्या को लश्कर-ए-तैयबा की धर्मार्थ शाखा फलाह-ए-इंसानियत आर्थिक मदद भी पहुंचा रही है। फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन ने…
नीदरलैंड में बांग्लादेश के राजदूत शेख मोहम्मद बेलाल ने रोहिंग्या मुसलमानों की मदद करके वैश्विक ध्यान प्राप्त किया है।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि रोहिंग्या शरणार्थियों की म्यांमार में घर वापसी को लेकर जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय संकट समूह ने रिपोर्ट में बताया कि चरमपंथी संगठन शरणार्थी शिविरों में रहने वाले रोहिंग्या को समूह में शामिल कर रहे है।
अमेरिकी प्रतिनिधियों ने प्रस्ताव के माध्यम से कहा कि म्यांमार से भागने को मजबूर हुए रोहिंग्या को म्यांमार तत्काल बहाली का आदेश दे।
रोहिंग्या के भारतीय सीमा में घुसपैठ करवाने के लिए दलालों का अच्छा-खासा नेटवर्क बना हुआ है। जो कि फर्जी पहचान पत्र भी बनवा रहे है।
कंबोडिया की राजधानी में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना व कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के बीच में रोहिंग्या संकट पर वार्ता हुई।
पोप फ्रांसिस ने बांग्लादेश में रोहिंग्या शब्द का इस्तेमाल आखिरकार कर ही लिया। साथ ही पोप ने रोहिंग्या लोगों की व्यथा भी सुनी।