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कराह रही है घाटी : अपने ही देश में शरणार्थी बन जीने को मजबूर हैं कश्मीरी पण्डित

स्वतंत्र भारत के इतिहास का यह सबसे बड़ा सामूहिक विस्थापन था जिसपर पूरा देश चुप बैठा रहा। 20,000 कश्मीरी पण्डितों ने तो सिर्फ इस वजह से दम तोड़ दिया क्योंकि…