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    Tag: नोटबंदी

    नोटबंदी में जारी 23.5 लाख नोटिसों में सिर्फ 1.5 लाख ने दाखिल किया है टैक्स रिटर्न

    नोटबंदी हुए लगभग 2 साल बीत चुके हैं। सरकार ने 8 नवंबर 2016 को देश भर में एक साथ ‘ऑपरेशन क्लीन मनी’ चलाया था, इसके तहत 9 नवंबर 2016 से…

    टैक्स भरने वालों की संख्या में हुई 70 फीसदी की बढौतरी, कुल टैक्स में 34 फीसदी की कमी

    हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार एक ओर जहाँ देश के कुल करदाताओं की संख्या में भरी इजाफा हुआ है, वहीं दूसरी ओर देश को व्यक्तिगत करदाताओं…

    नोटबंदी असफल नहीं हुई, इससे विश्व में ई-पेमेंट की दर बढ़ी: रिपोर्ट

    नवंबर 2016 में मोदी सरकार द्वारा घोषित की गयी नोटबंदी को लेकर भले ही प्रधानमंत्री मोदी और उनकी भाजपा सरकार पर चाहे जितने कयास लगाए गए हो लेकिन इसके विपरीत…

    नोटबन्दी के 2 साल बाद भी कैश ही है भुगतान का सबसे लोकप्रिय साधन

    नवंबर 2016 को हुई नोटबंदी के बाद जैसा कहा गया था कि इससे सारा देश डिजिटल पेमेंट की ओर अग्रसर हो जायेगा, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। जिस…

    नोटबंदी से लगभग 35 लाख लोगों की गई नौकरियां: रिपोर्ट

    भारतीय अर्थव्यवस्था की देखरेख करने वाली एक संस्था सीएमआइई की एक रिपोर्ट के मुताबिक नवम्बर 2016 में हुई नोटबंदी की वजह से कम से कम 35 लाख लोगों नें अपनी…

    नोटबंदी के बाद से दिहाड़ी मजदूरी सहित संविदा नौकरियों में गिरावट : सरकारी आंकड़ा

    श्रम ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, नोटबंदी के बाद से स्थायी नौकरियों को छोड़कर दैनिक मजदूरों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है।

    संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन, जीएसटी पर हो सकती है बहस

    संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। आज का दिन कई कारणों से महत्वपूर्ण है। माना जा रहा है कि आज संसद भी गुजरात और हिमाचल प्रदेश के…

    गुजरात विधानसभा चुनाव : अपने मजबूत दुर्ग में बचाव की मुद्रा में है भाजपा

    गुजरात में अगर अब तक के चुनाव प्रचार पर नजर डालें तो कांग्रेस का रुख आक्रामक नजर आता है। भाजपा अपने सबसे मजबूत दुर्ग कहे जाने वाले गुजरात में बचाव…

    जनता के फायदे या नुकसान का सौदा एफआरडीआई बिल?

    एफआरडीआई बिल को लेकर ग्राहकों को डर है कि कहीं उनका पैसा डूब ना जाए, जमा रकम में से केवल एक लाख रूपए राशि को बीमा की सुरक्षा दे रही…

    भारत की क्रेडिट रेटिंग को लेकर मूडीज, एस एंड पी तथा फिच के बीच की समानताएं

    मूडीज, एस एंड पी और फिच ने बैंकों के पुनर्पूंजीकरण, जीएसटी-नोटबंदी तथा सड़क निर्माण परियोजना को लेकर समान टिप्पणी की है।