वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि विपक्षियों का महागठबंधन एक ‘नकारात्मकता के नवाबों’ का क्लब है और इन विविध समुहों को जोड़ने वाला सिर्फ एक ही इन्सान (नरेंद्र मोदी) है।
CNBC-TV18 इंडिया बिज़नेस लीडरशिप अवार्ड्स समारोह में वीडियो कॉल के जरिये जेटली ने कहा-“नकारात्मकता के नवाब संग आ सकते हैं मगर वे कोई ऐसी चीज़ नहीं है जिसमे विश्वसनीयता हो, जहाँ तक लोगों का सवाल है।”
जेटली इस वक़्त अमेरिका में अपने मेडिकल चेक-अप के लिए गए हुए हैं। उन्हें किडनी से संबधित बीमारी के लिए अचानक ही मंगलवार को यहाँ से रवाना होना पड़ा।
हाल ही में, भाजपा को विधानसभा चुनावों में तीन राज्यों से बड़ा झटका लगा और ऐसा होने से विपक्षी नेताओं के बीच काफी जोश भर गया है।
जेटली ने कहा-“महागठबंधन में न तो वैचारिक सामंजस्य है और न ही देश या किसी व्यक्तिगत नेता के निर्माण के उद्देश्य से एक साझा कार्यक्रम।”
उन्होंने आगे जोर देते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व, निर्णायकता, प्रदर्शन और क्षमता की ताकत के सामने विपक्षियों की तरफ से रखा गया तर्क अंकगणित है। और राजनीती में अंकगणित नहीं बल्कि मेल जीतता है।
उनके मुताबिक, “आधार ये है कि हमारे पास राजनीति है जो चरित्र में नकारात्मक है और नकारात्मक राजनीती है कि हमें एक इंसान (नरेंद्र मोदी) को हटाना है। एक आदमी को हटाने की नकारात्मक चाहत के कारण, वे सब साथ में आये हैं।”
अरुण जेटली ने यह भी कहा कि चुनावों में राजनीतिक बहस को बढ़ाने की जरूरत है और इस बात पर जोर दिया कि हम एक ‘नारेबाजी वाली राजनीतिक बहस’ बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं जहां भावनात्मक होने से सही नीति बिगड़ती है।
कृषि ऋण माफी के वादे का उल्लेख किए बिना, मंत्री ने कहा कि ‘नारा लगाने वाली नीतियां’ कभी भी अर्थव्यवस्था के बड़े हित में मदद नहीं करती हैं और यह देश की आकांक्षाएं हैं जिन्हें इस प्रक्रिया में एक झटका मिलेगा।