युक्रेन और रूस के मध्य साझा जल मार्ग के इस्तेमाल को लेकर जंग चीन छिड़ी हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेनको ने रुस को जंग की धमकी दी है और कहा कि रूस लगातार साझे जलमार्ग में सैन्य बल को बढाता जा रहा है। इससे दोनों राष्ट्रों के मध्य भयावह जंग के आसार बढ़ रहे हैं।
इस विवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी थी कि यदि इसका समाधान नहीं निकला गया तो रुसी राष्ट्रपति के साथ होने की वाली आगामी बैठक को वह रद्द कर देंगे। डोनाल्ड ट्रम्प आगामी जी-20 की बैठक में रुसी राष्ट्रपति व्लामिदिर पुतिन के साथ मुलाकात करने वाले थे। अमेरिका की ख़बरों के मुताबिक अब यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की घटना की रिपोर्ट बाद तय होगी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन और रूस के मध्य सैन्य गतिरोध के कारण यह जंग और भयावह हो सकती है। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि कोई इसे मजाक और खेल के तौर पर लें, रूस के साथ यूक्रेन की भयानक जंग हो सकती है। उन्हों कहा कि सीमा पर सेना की संख्या निरंतर बढती जा रही है और रुसी टैंको की संख्या तिगुनी हो गयी है। रूस की नौसेना ने क्रीमिया के तट से यूक्रेन के तीन जहाजों को कब्जे में ले लिए था और 24 यूक्रेनी नाविकों को पकड़ लिया था।
रूस के इस कदम से दोनों राष्ट्रों के मध्य तनाव बढ़ गए हैं और रूस यूक्रेन के नाविकों पर गैर कानूनी तरीके से उनके इलाके में घुसने के आरोप लगा रहा है। यूक्रेन ने रूस से उनके नाविकों को आज़ाद करने और पश्चिमी साझेदारों से रूस पर प्रतिबन्ध लागे का आग्रह किया है। समुद्री जलमार्ग पर रूस और यूक्रेन की सेनाओं के मध्य पहली दफा तनाव पैदा हुआ है इससे पूर्व यूक्रेन के पूर्व में स्थित रुसी समर्थित चरमपंथियों के कारण दोनों देशों के मध्य तल्खिया बढ़ी थी।
यूक्रेन के मार्शल कानून के लागू करने पर रुसी राष्ट्रपति ने किसी बचकाना कृत्य न करने की चेतवनी दी थी। यूक्रेन की संसद ने मार्शल कानून को पारित कर दिया था और अगले 30 दिनों तक सीमा पर लागू करने का आदेश दिया था। जर्मनी की चांसलर एजेंला मर्केल से रुसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन को ऐसे बचकाना कदम उठाने से रोकने को कहा था। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में चुनाव अधीयान के तहत ये सब किया जा रहा है।
रूस के मीडिया ने गिरफ्तार किये नाविकों की तस्वीरे प्रदर्शित की, जिसमे एक नाविक ने यूक्रेन पर जलमार्ग में गैर कानूनी गतिविधियों को संपन्न करने का आरोप लगाया था। जबकि यूक्रेन ने कहा कि नाविकों को गलत बयान देने के लिए मजबूर किया गया है। उन्होंने कहा कि मैं सभी नाविकों को अच्छे से जानता हूँ, वे सभी पेशेवर थे लकिन जो वे अभी कह रहे है वे सत्य नहीं है।