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    भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी

    पाकिस्तान में साल 2018 का सार्क सम्मलेन यानी साउथ एशियान एसोसिएशन फॉर रीजनल कन्ट्रीज का आयोजन होगा। पाकिस्तान की ख़बरों के मुताबिक भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को इस सम्मेलन में शरीक होने का आमंत्रण दिया गया था। भारत ने खारिज किया कि पाकिस्तान की तरफ से सार्क सम्मेलन में शिरकत का अधिकारिक आमंत्रण दिया गया है।

    हाल ही में भारत और पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण का ऐलान किया था, इस घोषणा से भारत और पाकिस्तान के मध्य जमी दशकों पुराणी बर्फ गलने के आसार बढ़ गए थे। पाकिस्तानी विदेश विभाग के ऐलान से सार्क सम्मलेन के बहाल होने होने आशंकाएं बढ़ गयी थी। साल 2016 में पाकिस्तान में आयोजित सार्क सम्मेलन में भारत शरीक होने से इनकार कर दिया था।

    इस सम्मेलन के नियमों के मुताबिक यदि एक देश भी शामिल होने से मना करता है, तो यह आयोजन रद्द कर दिया जाता है। सार्क सम्मेलन के आयोजन का ऐलान सभी देशों की रजामंदी के बाद हो तय किया जाता है। इस सम्मेलन की तारिक सभी सदस्य देशों के मशविरे के बाद तय की जाती है और फिर सभी देशों को आधिकारिक निमंत्रण भेजे जाते हैं।

    भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत को विशेष नहीं है कि हमें न्योता देना पाकिस्तान की प्राथमिकता हो। उन्होंने कहा कि सार्क सम्मेलन की तारीख सभी देशों के साथ सलाह-मशविरा करने के बाद तय की जाएगी और यह अभी तक मुमकिन नहीं हो सका है।

    नई दिल्ली के सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश में दिसम्बर में चुनाव संपन होने हैं और श्रीलंका अभी राजनीतिक सबकत से गुजर रहा है।  ऐसे में सार्क सम्मेलन का आयोजन संभव नहीं है क्योंकि यह देश राज़ी नहीं होंगे। साथ ही अफगानिस्तान आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान से चिढ़ा हुआ है इसलिये मुमकिन है वो भी इस समारोह के लिए रजामंद न हो।

    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारतीय पत्रकारों के मुखातिब होकर इस मसले को उठा सकते हैं। साल 2014 में आखिरी सार्क सम्मेलन में पीएम मोदी ने काठमांडू गए थे। साल 2016 में जम्मू कश्मीर के उरी में सीमा पार आतंकी हमले के कारण भारत ने इस सम्मेलन में शामिल होने से इनकार कर दिया था। साथ ही बांग्लादेश, अफगानिस्तान और भूटान ने भी इस समारोह का बहिष्कार किया था।

    पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इमरान खान का राष्ट्र को दिया पहला भाषण दोहराया कि अगर भारत शांति के लिए एक कदम बढायेगा तो पाकिस्तान दो कदम आगे बढेगा। उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ एक जंग लड़ रहे हैं, रिश्ते इतनी जल्दी सुधारना मुमकिन नहीं है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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