कुछ नेकनीयती तब दिखती है जब खिलाड़ी सन्यांस ले और अपना उत्तराधिकारी खिलाड़ी चुने। सचिन तेंदुलकर ने अपने संन्यास के वक्त विराट कोहली और रोहित शर्मा को अपना उत्तराधिकारी बताया था। युवराज सिंह ने कल सन्यांस लेने के बाद ऋषभ पंत को अपना उत्तराधिकारी चुना।
पंत को विश्वकप की 15 सदस्यीय टीम में शामिल नही किया गया क्योंकि उनकी जगह दिनेश कार्तिक को ज्यादा अनुभवी होने के कारण विश्वकप के लिए ले जाया गया। लेकिन युवराज के शब्द उनके आत्मविश्वास को और अधिक बढ़ाएंगे। युवराज सिंह ने रिटायरमेंट की प्रेस कांफ्रेस में कहा, ” ऋषभ पंत में मुझसे बेहतर होने की क्षमता है। और उन्होंने थोड़े ही समय में खुद को साबित कर दिया है।”
दिल्ली कैपिटल्स की टीम के बाए हाथ के बल्लेबाज को भारत की विश्वकप अभियान के लिए एक्स-फैक्टर माना जा रहा था लेकिन आईपीएल मे उनके उतार-चढ़ाव वाले प्रदर्शन के कारण उनकी चयनकर्ताओ ने उन्हे विश्वकप खेलने के लिए इंग्लैंड की टिकट नही दी।
लेकिन युवराज ने पंत के उनकी साफ-सुथरी स्ट्राइक क्षमता के साथ टेस्ट क्रिकेट में उनकी सफलता को देखकर उनके उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद की है।
युवराज सिंह ने कहा, ” उन्होने दो शतक बाहर- इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में लगाए है। उनके पास बहुत क्षमता है। वह एक आक्रमक खिलाड़ी और बाएं हाथ के रुप में मैच जितवाने वाले खिलाड़ी है। मैं उन्हे आगे आने वाले सालो में और आगे देखना चाहता हूं।”
युवराज वर्ल्ड कप से पहले नंबर 4 के स्लॉट के लिए भारत की म्यूजिकल चेयर से प्रभावित नहीं थे, लेकिन उन्होंने इस बात को दबाने से खुद को रोका। उन्होंने कहा, “बहुत कुछ है जो मैं कहना चाहता हूं लेकिन मैं नहीं करूंगा। मैं कहूंगा कि जिसे भी नंबर चार के लिए चुना गया है हमें उसका समर्थन करना चाहिए।”
कई प्रयासो के बाद, भारत के लिए नंबर चार पर केएल राहुल बल्लेबाजी कर रहे है और विजय शंकर और दिनेश कार्तिक को भी बैकअप के तौर पर रखा गया है। ऋषभ पंत को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है और अगर चोट के कारण कोई विश्वकप से बाहर होगा तो उन्हे स्क्वाड में रखा जा सकता है।