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    narendra modi and donald trump

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच जापान के ओसाका में आयोजित सम्मेलन में मुलाकात हुई थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच सभी द्विपक्षीय मामलो पर बेहद फलदायी और खुली चर्चा हुई थी। इसमें व्यापार, ईरान के साथ तनाव, 5 जी तकनीक जैसे मुद्दे शामिल थी।

    मंत्रालय के मुताबिक, दोनों नेताओं की द्विपक्षीय बैठक में एस-400 मिसाइल समझौते के बाबत कोई बातचीत नहीं हुई थी। विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि “यह बेहद फलदायी और खुली चर्चा थी। हम चीजों को आगे लेकर जायेगे। रक्षा मामलो पर बेहद थोड़ी चर्चा हुई थी। हम इस क्षेत्र में सहयोग की क्षमता को रेखांकित किया था जिसका डोनाल्ड ट्रम्प ने स्वागत किया है।”

    कुछ दिनों पूर्व अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने कहा था कि “दोनों देशों खुद की सुरक्षा में सक्षम है।” अमेरिका ने भारत को रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के लिए बजाये अन्य विकल्पों पर का सुझाव दिया था। क्योंकि रूस के साथ हथियारों की सौदेबाज़ी प्रतिबंधों को आमंत्रण दे सकती है।

    प्रेस ब्रीफिंग में गोखले ने कहा कि “मोदी और ट्रम्प जल्द की ही तारीख में मुलाकात के लिए रज़ामंद है ताकि दोनों देशों के बीच व्यापार के मामलो को सुलझाया जा सके। दोनों देशों के व्यापार मंत्रियों की जल्द मुलाकात पर सहमति बनी है। व्यापार प्रतिनिधि रोबर्ट लइतीजीर और ट्रेज़री सेक्रेटरी स्टीवन म्यूनिच व्यापार वार्ता के लिए थे। हमें जल्द ही मुलाकात की उम्मीद है।”

    गोखले ने कहा कि “प्रधानमत्री ने भारत से अमेरिका द्वारा व्यापार तरजीह का दर्जा वापस लेने के बाबत कुछ नहीं बताया था। यह सब चीजे गुजा चुकी है और अब हमें आगे देखना चाहिए और इन मसलो को कैसे सुलझाने की तरफ देखना चाहिए। राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस विचार का स्वागत किया है।”

    उन्होंने कहा कि “ईरान में स्थिरता को सुनिश्चित कैसे करे, इस पर हमारा फोकस था। अस्थिरता के कई प्रभाव हो सकते हैं न सिर्फ ऊर्जा की जरुरत में बल्कि खाड़ी में हमारे बड़े स्तर पर समुदाय, 80 लाख भारतीय खाड़ी में है और आर्थिक हित भी है। दोनों नेताओं ने क्षेत्र में स्थिरता के लिए अधिकारीयों के बीच संपर्क जारी रखने पर सहमति जाहिर की है।”

    दोनों देशों के बीच व्यापार और रक्षा तनावों के बाबत गोखले ने कहा कि “कोई भी मुद्दा भारत के अमेरिका के बीच रणनीतिक संबंधों को प्रभावित नहीं कर सकता है, जो बेहद गहरी और व्यापक है। हमारे कुछ मसले है और हम इस ार कार्य करेंगे।”

    भारत, अमेरिका और जापान की त्रिपक्षीय बैठक के बाबत गोखले ने कहा कि “इसमें हमारे फोकस इंडो पैसिफिक पर चर्चा थी। कैसे तीनो देश कनेक्टिविटी, शान्ति और सुरक्षा को सुनिश्चित करना और संरचना पर एकजुट होकर कार्य कर सकते हैं।”

     

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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