बॉलीवुड में “मीटू अभियान” ने एक नयी क्रांति ला दी है। कई बड़े बड़े दिग्गज कैसे कैलाश खेर, राजकुमार हिरानी, साजिद खान, आलोक नाथ और नाना पाटेकर समेत और भी लोगों के नाम सामने आये हैं। जहाँ एक तरफ लोगों ने मिलकर इन आरोपियों के खिलाफ हमला बोला है वही दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अपने असंवेदनशील टिप्पणियों के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा।
और इस बार कोई और नहीं बल्कि अनुभवी अभिनेता और राजनेता और बेहद सम्मानित सेलेब्रिटी शत्रुघन सिन्हा गलत शब्दों के इस्तेमाल के कारण आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं। हाल ही में, एक पुस्तक विमोचन के दौरान सिन्हा ने कहा-“इस मीटू के युग में, ये कहने में कोई झिझक नहीं है कि हर कामयाब इन्सान की असफलता के पीछे भी महिला होती है। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूँ कि आज के समय में मेरी तमाम हरकतों के बाद भी, मेरा नाम मीटू अभियान में नहीं आया। इसलिए मैं हमेशा अपनी पत्नी की बात मानता हूँ या जब भी घर से बाहर निकलता हूँ तो उन्हें अपने ढाल बनाता हूँ।”
उनके इस बयान के बाद, उन्हें हर तरफ से लोगों की कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है। और केवल आम जनता ही नहीं, बल्कि सेलिब्रिटीज भी अभिनेता के बयान पर टिपण्णी कर रहे हैं। हाल ही में, टीवी के मशहूर अभिनेता नकुल मेहता ने ट्वीट कर लिखा-“इसको KWK(कॉफ़ी विद करण) सोफा की भी जरुरत नहीं है। बेहद गैर-जिम्मेदाराना बयान।”
This did not even need a KWK couch! Absolute bonkers. https://t.co/YYjYIyOTzr
— Nakuul Mehta (@NakuulMehta) February 7, 2019
और अब IANS को दिए इंटरव्यू में, सिन्हा ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा-“मैं हर महिला के लिए बहुत ही सम्मान के साथ बोल रहा हूँ और उनके साथ गरिमा और सम्मान के साथ व्यवहार करने के अधिकारों के लिए खड़ा हूँ। मत भूलिए कि मेरे पास घर में दो शक्तिशाली महिलाएं हैं-मेरी पत्नी पूनम और मेरी बेटी सोनाक्षी। मेरे बेटे लव, कुश और मैं ख़ुशी ख़ुशी उन्हें घर का बॉस बनने देते हैं।”