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    Mithun Chakraborty Biography

    मिथुन चक्रवर्ती भारतीय फिल्मो के जाने माने अभिनेता हैं। उन्होंने कई फिल्मो के साथ साथ कुछ रियलिटी शोज में जज की भूमिका निभाई है। मिथुन ने हिंदी फिल्मो के साथ साथ कुछ बंगाली, भोजपुरी और पंजाबी फिल्मो में भी अपने अभिनय को दर्शाया है। उन्होंने अपने अभिनय की वजह से कई सारे लोगो का प्यारा पाया है और अपना नाम सफल अभिनेताओं के रूप में दर्ज किया है।

    मिथुन चक्रवर्ती के द्वारा अभिनय किए गए फिल्मो की बात करे तो उन्होंने ‘दिलवाले’, ‘मुद्दत’, ‘परिवार’, ‘हिरासत’, ‘रुखसत’, ‘मेरी जुबान’, ‘गुरु’, ‘दोस्त’, ‘लफाइ’, ‘अग्निपथ’, ‘दुश्मन’, ‘रोटी की कीमत’, ‘प्यार हुआ चोरी चोरी’, ‘परदेसी’, ‘रखवाले’, ‘जल्लाद’, ‘द डॉन’, ‘भीष्मा’, ‘माँ कसम’, ‘टाइगर’, ‘वीर’, ‘गोलमाल 3’, ‘हाउसफुल 2’, ‘खिलाडी 786’, ‘बॉस’, ‘द विलन’ जैसी फिल्मो में अपने अभिनय को दर्शाया है।

    मिथुन ने अपने अभिनय की वजह से ना केवल अवार्ड्स को अपने नाम किया है बल्कि उन्होंने हिंदी सिनेमा में दिए अपने योगदान की वजह से कई सारे सम्मानों को हासिल भी किया था। मिथुन की लोकप्रियता देश भर में बहुत अधिक है।

    मिथुन चक्रवर्ती का प्रारंभिक जीवन

    मिथुन चक्रवर्ती का जन्म 16 जून 1950 को बरिसाल, बांग्लादेश में हुआ था। उन्होंने एक बंगाली परिवार में जन्म लिया था। मिथुन के पिता का नाम ‘बसंतो कुमार चक्रवर्ती’ था और उनकी माँ का नाम ‘सांतीरानी चक्रवर्ती’ है। मिथुन का असली नाम ‘गौरंगा चक्रवर्ती’ था जिसे उन्होंने फिल्मो की दुनिया में आने से पहले बदल दिया था।

    मिथुन ने अपने स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद ‘स्कॉटिश चर्च कॉलेज’, कोलकाता से केमिस्ट्री के विषय में डिग्री प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने ‘फिल्म्स एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया’, पुणे से अभिनय सीखा था। मिथुन को ना केवल एक अभिनेता के रूप में ही जाना जाता है बल्कि उन्हें फिल्म इंडस्ट्री का ‘डिस्को डांसर’ भी माना जाता है। उनके डांस की वजह से भारत में मिथुन के कई फैंस हैं। मिथुन चक्रवर्ती फिल्मो में जुड़ने से पहले ‘नक्सली’ थे।

    व्यवसाय जीवन

    मिथुन चक्रवर्ती का फिल्मो का शुरुआती दौर

    मिथुन चक्रवर्ती ने अपने अभिनय के व्यवसाय की शुरुआत साल 1976 में की थी। उनकी पहली फिल्म एक बंगाली फिल्म थी जिसका नाम ‘मृगया’ था। इस फिल्म में उनके किरदार का नाम ‘घिनुआ’ था। उसी साल उन्होंने अपना डेब्यू हिंदी फिल्मो में भी किया था। उस फिल्म का नाम ‘दो अनजाने’ था और फिल्म में मिथुन ने ‘घंटी’ नाम के किरदार को दर्शाया था।

    साल 1977 में मिथुन में फिल्म ‘मुक्ति’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘राज तिलक’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘स्टेज कलाकार’ की भूमिका को दर्शाया था।

    साल 1978 में मिथुन को सबसे पहले फिल्म ‘हमारा संसार’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘टी. प्रकाश राओ’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘प्रेम कुमार’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद मिथुन को उसी साल फिल्म ‘मेरा रक्षक’ में देखा गया था, जिसमे उन्होंने ‘विजय’ नाम के किरदार को दर्शाया था। उस साल की मिथुन की तीसरी फिल्म का नाम ‘फूल खिले हैं गुलशन गुलशन’ था जिसमे मिथुन ने विशाल के दोस्त का किरदार अभिनय किया था।

    उसी साल मिथुन को फिल्म ‘बंसारी’ में देखा गया था जो की एक बंगाली फिल्म थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘अशीम बनर्जी’ थे। इसके बाद मिथुन को फिल्म ‘नदी थाके सागरे’ में देखा गया था। यह फिल्म भी बंगाली फिल्म थी जिसके निर्देशक ‘औरोबिन्दो मुख़र्जी’ थे।

    साल 1979 में मिथुन ने फिल्म ‘तेरे प्यार में’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सुभाष शर्मा’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘शंकर’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उसी साल उन्होंने फिल्म ‘अमर दीप’ में अभिनय किया था, जहाँ उन्होंने एक अतिथि का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद मिथुन ने फिल्म ‘प्रेम विवाह’, ‘भयानक’, ‘तराना’ और ‘हबरी’ में भी अपने अभिनय को दर्शाया था।

    साल 1980 के फिल्मो की बात करे तो उस साल मिथुन ने 11 फिल्मो में अभिनय किया था। उन फिल्मो में से कुछ के नाम ‘आखरी सास’, ‘ख्वाब’, ‘सितारा’, ‘टैक्सी चोर’, ‘किस्मत की बाज़ी’, ‘हम पांच’ और ‘किस्मत’ है।

    साल 1981 में मिथुन को फिल्म ‘समीरा’ में देखा गया था। उस फिल्म के निर्देशक ‘विनय शुक्ला’ थे। इसके बाद मिथुन ने फिल्म ‘घमंडी’, ‘मैं और मेरा हाथी’, ‘आँखों के सामने’, ‘जीने की आरज़ू’, ‘धुंआ’, ‘वारदात’, ‘लापरवाह’, ‘साहस’ और ‘बी – शके’ में अपने अभिनय को दर्शाया था।

    साल 1982 की शुरुआत मिथुन ने फिल्म ‘आमने सामने’ के साथ की थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘अशीम एस समानता’ थे। फिल्म में मिथुन ने दो किरदारों को एक साथ दर्शाया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘शौक़ीन’, ‘ट्राई’, ‘सुन सजना’, ‘स्वामी दादा’, ‘करवट’ में भी अपने अभिनय को दर्शाया था।

    उस साल मिथुन ने फिल्म ‘डिस्को डांसर’ में भी अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘बी. सुभाष’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘अनिल’ और ‘जिम्मी’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में मुख्य किरदारों को मिथुन चक्रवर्ती और किम ने दर्शाया था।

    साल 1983 में मिथुन ने फिल्म ‘तक़दीर’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘ब्रिज’ थे और फिल्म में मिथुन ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘कराटे’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘देब मुख़र्जी’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘विजय’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, काजल किरन, योगिता बलि और मज़हर खान ने मुख्य किरदारों को अभिनय किया था।

    उसी साल मिथुन को फिल्म ‘फरेब’, ‘हम से है ज़माना’, ‘मुझे इन्साफ चाहिए’, ‘पसंद अपनी अपनी’ और ‘लाल चुनरिया’ में अभिनय किया था। इन सभी फिल्मो में मिथुन के अभिनय की सभी ने बहुत सराहना की थी।

    साल 1984 में मिथुन को फिल्म ‘बॉक्सर’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘राज एन. सिप्पी’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘शंकर धर्मा’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘तेरी बाहों में’ में एक अतिथि के किरदार को दर्शाया था। उसी साल उन्हें फिल्म ‘जागीर’ में भी देखा गया था जिसके निर्देशक ‘प्रमोद चक्रवर्ती’ थे। फिल्म में मिथुन ने ‘सांग’ नाम के किरदार को दर्शाया था।

    साल 1985 में मिथुन ने कुल 14 फिल्मो में अभिनय किया था। इन फिल्मो का नाम ‘मौजान दुबई दियां’, ‘अन्याय अबिचार’, ‘प्यार झुकता नहीं’, ‘आंधी तूफ़ान’, ‘चार महारथी’, ‘ख़त्म युद्ध’, ‘यादों की कसम’, ‘ग़ुलामी’, ‘प्यारी बहना’, ‘बेपनाह’, ‘आर पार’, ‘माँ कसम’, ‘करिश्मा कुदरत का’ और ‘बादल’ था।

    साल 1986 में भी मिथुन ने बहुत सी फिल्मो में अपने अभिनय को दर्शको के बीच पेश किया था। इनमे से कुछ फिल्मो को दर्शको ने बहुत पसंद किया था और कुछ फिल्मो को फ्लॉप फिल्मो की सूचि में दर्ज किया था।

    साल 1987 की बात करे तो उस साल मिथुन ने फिल्म ‘दीवाना तेरे नाम का’, ‘मेरा यार मेरा दुश्मन’, ‘डांस डांस’ फिल्म में अभिनय किया था। इसके बाद उस साल की सुपरहिट फिल्म ‘परिवार’ में भी मिथुन ने ‘बिरजू मदारी’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘शशिलाल के नैर’ थे।

    मिथुन ने फिल्म ‘हिरासत’ में अपने अभिनय को दर्शाया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सुरेंद्र मोहन’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘मंगल दादा’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद मिथुन को फिल्म ‘वतन के रखवाले’ में देखा गया था जहां उन्होंने ‘अरुन प्रकाश’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘टी. रामा राओ’ था। मिथुन ने फिल्म ‘परम धरम’ में भी अभिनय किया था।

    साल 1988 से साल 1990 तक मिथुन ने कई सुपरहिट फिल्मो में अभिनय किया था। उन फिल्मो का नाम ‘प्यार का मंदिर’, ‘कमांडो’, ‘वक़्त की आवाज़’, ‘मर मिटेंगे’, ‘गलियों का बादशाह’, ‘गुरु’, ‘इलाका’, ‘प्रेम प्रतिज्ञा’, ‘दाता’, ‘हिसाब खून का’, ‘दोस्त’, ‘लड़ाई’, ‘अग्निपथ’, ‘शानदार’, ‘पति पत्नी और तवायफ’, ‘अँधा बिचार’, ‘दुश्मन’ और ‘रोटी की कीमत’ था।

    साल 1991 में मिथुन ने फिल्म ‘प्यार का देवता’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘के. बपैअह’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘विजय कुमार’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘प्रतिज्ञाबाद’ में अभिनय किया था जिसके निर्देशक ‘रवि चोपड़ा’ थे। फिल्म में मिथुन के किरदार का नाम ‘शंकर यादव’ था।

    साल 1992 की हिट फिल्मो की बात करे तो उस साल मिथुन को फिल्म ‘मेरे साजना साथ निभाना’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘राजेश वकील’ थे। इसके बाद उसी साल उन्होंने ‘तहदिर कथा’ नाम की बंगाली फिल्म में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘बुद्धदेव दासगुप्ता’ थे। उसी साल मिथुन को फिल्म ‘घर जमाई’, ‘दिल आशना है’ और ‘पीताम्बर’ में भी अभिनय करते हुए देखा गया था।

    साल 1993 की शुरुआत मिथुन ने फिल्म ‘फूल और अंगारे’ के साथ की थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘अशोक गैकवाड़े’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘प्रोफेसर विजय ओमकारनाथ सक्सेना’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद मिथुन को फिल्म ‘कृष्णा अवतार’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक भी ‘अशोक गैकवाड़े’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘कृष्णा’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    उसी साल मिथुन को फिल्म ‘मेहेरबानी’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘रवि’ नाम के किरदार को दर्शाया था और फिल्म के निर्देशक ‘के. रविशंकर’ थे। मिथुन ने फिल्म ‘परदेसी’, ‘आदमी’, ‘दलाल’, ‘जीवन की शतरंज’, ‘शतरंज’ और ‘तड़ीपार’ में अभिनय किया था।

    साल 1994 और साल 1995 में मिथुन ने फिल्म ‘क्रांति क्षेत्र’, ‘चीता’, ‘जनता की अदालत’, ‘नाराज़’, ‘रखवाले’, ‘यार गद्दार’, ‘निशाना’, ‘जल्लाद’, ‘अब इन्साफ होगा’, ‘गुनेहगार’, ‘द डॉन’, ‘दिया और तूफ़ान’ और ‘अहंकार’ अपने अभिनय को दर्शाया था।

    साल 1996 में मिथुन को फिल्म ‘मुक़दर’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘टी. एल. वि प्रसाद’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘शिवा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद मिथुन को फिल्म ‘अंगारा’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘अनिल गांगुली’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘सागर’ नाम के किरदार को दर्शाया था।

    इसके बाद उसी साल मिथुन ने फिल्म ‘जंग’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘टी. रमा राओ’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘ए सी पी अर्जुन सक्सेना’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद उस साल का अंत मिथुन ने फिल्म ‘रंगबाज़’ के साथ किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘कांति शाह’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘कुंदन’, ‘कन्हैया’ और ‘बनारसी’ नाम के किरदार को दर्शाया था।

    साल 1997 में मिथुन ने सबसे पहले फिल्म ‘जोड़ीदार’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘टी. एल. वि प्रसाद’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘मुन्ना’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उसी साल मिथुन को फिल्म ‘सूरज’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने सूरज नाम के किरदार को ही दर्शाया था।

    साल 1998 से साल 2000 तक मिथुन ने फिल्म ‘स्वामी विवेकानंद’, ‘शेर- ए- हिन्दुस्तान’, ‘साज़िश’, ‘चांडाल’, ‘हिटलर’, ‘मर्द’, ‘गुंडा’, ‘माफिया राजा’, ‘कहानी किस्मत की’, ‘गंगा की कसम’, ‘बेनाम’, ‘शेरा’, ‘आग ही आग’, ‘माँ कसम’, ‘सुलतान’, ‘दादा’, ‘सबसे बड़ा बईमान’, ‘आज का रावण’, ‘चका’, ‘अग्निपुत्रा’ और ‘सागर संगम’ में अभिनय किया था।

    साल 2002 में मिथुन को फिल्म ‘तितली’ में देखा गया था, जो की एक बंगाली फिल्म थी। इसके बाद मिथुन ने फिल्म ‘मावली न. 1’ में अभिनय किया था। साल 2003 में उन्हें बंगाली फिल्म ‘गुरु’ में देखा गया था। इसके बाद उसी साल उन्होंने फिल्म ‘रास्ता’ में भी अभिनय किया था।

    साल 2005 में मिथुन ने फिल्म ‘एलान’ के साथ साल की शुरुआत की थी। उस फिल्म में मिथुन ने ‘बाबा सिकंदर’ नाम के किरदार को दर्शाया था। मिथुन को उसी साल फिल्म ‘क़तल- ए- आम’, ‘लकी: नो टाइम फॉर लव’ में भी अभिनय करते हुए देखा गया था।

    मिथुन की उस साल की बंगाली फिल्मो की बात करे तो उस साल मिथुन ने फिल्म ‘देवदूत’, ‘अर्जुन रिक्शावाला’, ‘का’, ‘चोरे चोरे मस्तुतो भाई’, ‘शक्तिमान’, ‘दादा’, ‘युद्धो’ में अपने अभिनय को दर्शाया था।

    साल 2006 की फिल्मो की बात करे तो उस साल मिथुन ने फिल्म ‘चिंगारी’, ‘इन्साफ की जंग’, ‘कच्ची सड़क’, ‘दिल दिया है’ और ‘सुन ज़रा’ जैसी फिल्मो में अभिनय किया था।

    साल 2007 की बात करे तो उस साल मिथुन ने फिल्म ‘गुरु’ के साथ साल की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘तुलकलम’, ‘टाइगर’, ‘ओम शांति ओम’ और ‘महागुरु’ में अपने अभिनय को दर्शाया था। साल 2008 में भी उन्हें फिल्म ‘आज का बॉस’, ‘डॉन मिथुन स्वामी’, ‘हीरोज’ और ‘युवराज’ में अभिनय करते हुए देखा गया था।

    साल 2009 की शुरुआत मिथुन ने फिल्म ‘चांदनी चौक टू चाइना’ में अभिनय के साथ की थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘निखिल अडवाणी’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘दादा’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म में मिथुन के साथ अक्षय कुमार और दीपिका पादुकोण ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उसी साल मिथुन ने फिल्म ‘लक’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सोहम शाह’ थे और फिल्म में मिथुन ने ‘मेजर जवार प्रताप सिंह’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2012 में मिथुन को सुपरहिट फिल्म ‘हाउसफुल 2’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘साजिद खान’ थे।इसके बाद उसी साल मिथुन ने फिल्म ‘ओएमजी – ओ माय गॉड’ में अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल मिथुन को फिल्म ‘खिलाडी 786’ में भी देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘आशीष आर मोहन’ थे। मिथुन की यह तीनो फिल्मो को बॉक्स ऑफिस में सफल फिल्मो की सूचि में दर्ज किया गया था।

    साल 2013 की सुपरहिट फिल्म मिथुन की ‘बॉस’ थी। इस फिल्म में उन्होंने अभिनेता अक्षय कुमार के साथ ही अभिनय किया था। फिल्म में उनके किरदार का नाम ‘सत्यकांत शाष्त्री’ था। साल 2014 में मिथुन ने फिल्म ‘किक’ में अभिनय किया था और फिल्म में उन्होंने अभिनेता सलमान खान के साथ अभिनय किया था।

    साल 2015 से साल 2018 तक मिथुन ने फिल्म ‘हीरोगिरी’, ‘हवाइज़ादा’, ‘नक्सल’, ‘एक नादिर गल्पो’, ‘जोले जोंगोले’, ‘द विलन’, ‘जीनियस’ और ‘गोलमाल’ में अपने अभिनय को दर्शाया था।

    पुरस्कार और उपलब्धियां

    • साल 1976 में फिल्म ‘मृगया’ के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 1991 में फिल्म ‘अग्निपथ’ के लिए ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 1992 में फिल्म ‘तहदिर कथा’ के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 1995 में फिल्म ‘स्वामी विवेकानंद’ के लिए ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 1996 में फिल्म ‘जल्लाद’ के लिए ‘बेस्ट विलन’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 2007 में स्टार डस्ट द्वारा ‘लाइफटाइम अचीवमेंट’ से सम्मानित किया गया था।

    मिथुन चक्रवर्ती का निजी जीवन

    मिथुन चक्रवर्ती के लव लाइफ की बात करे तो उन्होंने सबसे पहले अभिनेत्री ‘श्रीदेवी’ को डेट किया था। इसके बाद उन दोनों ने साल 1985 में बिना किसी को खबर दिए शादी की थी, जिसका खुलासा बाद में हुआ था। श्रीदेवी के साथ मिथुन की शादी साल 1988 में टूटी थी। इसके बाद मिथुन ने ‘योगिता बलि’ को भी डेट किया था। योगिता के साथ मिथुन ने साल 1979 में ही शादी की थी।

    मिथुन और योगिता के 3 बेटे है और एक बेटी है। बेटो के नाम ‘महाअक्षय चक्रवर्ती’, ‘उश्मेय चक्रवर्ती’ और ‘नमाशी चक्रवर्ती’ है। मिथुन की बेटी का नाम ‘दिशानी चक्रवर्ती’ है। मिथुन के पसंदीदा चीज़ो की बात करे तो उन्हें अभिनेताओं में सबसे अधिक अमिताभ बच्चन पसंद हैं। अभिनेत्रियों में मिथुन को सुचित्रा सेन और नरगिस पसंद है। मिथुन के पसंदीदा खिलाडी सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली और कपिल देव हैं। उन्हें खेलो में क्रिकेट और फुटबॉल का खेल बहुत पसंद है।

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