Wed. Oct 9th, 2024
    मनीषा कोईराला ने अपने कैंसर के सफ़र पर आधारित बुक की लांच, साथ ही राकेश रोशन के ठीक होने की जताई आशा

    अभिनेत्री मनीषा कोईराला ने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है की अभिनेता-निर्देशक राकेश रोशन जिन्होंने हाल ही में कैंसर से संबधित सर्जरी कराई है, वे विजेता बनकर बाहर आएंगे। मंगलवार वाले दिन, ह्रितिक रोशन ने सोशल मीडिया के जरिये साझा किया कि उनके पिता को स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा के प्रारंभिक चरण के कैंसर का पता चला है।

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    कैंसर उत्तरजीवी मनीषा ने इसपर टिपण्णी करते हुए कहा-“मैं सिर्फ इतना कह सकती हूँ कि इससे बाहर निकलने का रास्ता है। इंसान को हार नहीं माननी चाहिए क्योंकि इस बीमारी का इलाज़ है। मुझे यकीन है वे एक विजेता बनकर इस बीमारी से बाहर आयेंगे और इसके लिए भगवान से प्राथना भी करुँगी।”

    अभिनेत्री मंगलवार को महेश भट्ट, अनुपम खेर, इम्तियाज अली, अमृता फडणवीस, दीप्ति नवल, रेखा और दिया मिर्जा जैसे नामचीन हस्तियों के साथ अपने बुक लॉन्च के दौरान बातचीत कर रही थी। उनकी बुक का नाम है-‘हील्ड’ और ये उनके कैंसर पर ही आधारित है।

    कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से उभरने पर उन्होंने कहा-“मुझे लगता है जैसे मुझे ज़िन्दगी से एक इनाम मिला है। जब भी कोई मुसीबत आती है तो हम दुखी हो जाते हैं मगर मुझे लगता है कि हमारी ज़िन्दगी में मुसीबतें हमें कुछ सिखाने के लिए ही आती हैं। वो बदले में कुछ ना कुछ अच्छा जरूर देकर जाती हैं।”

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    “जब मुझे उस वक़्त कैंसर के बारे में पता चला था तो मैं बहुत आघात हो गयी थी मगर अब जब मैं पीछे मुड़ कर देखती हूँ तो मुझे लगता है कि इसने मुझे ज़िन्दगी को एक नए नज़र से देखने का रास्ता दिखाया और काफी चीजों को आशा की किरण से देखना सिखाया है। इसने मुझे ये भी सिखाया है कि मेरे लिए मेरी ज़िन्दगी और मेरा स्वास्थ्य कितना महत्वपूर्ण है।”

    राकेश रोशन, सोनेल बेंद्रे और इरफान खान जैसी बॉलीवुड हस्तियों ने हाल के दिनों में कैंसर से लड़ाई लड़ी है।

    मनीषा से जब पूछा गया कि क्या कारण है कि फिल्म इंडस्ट्री के लोग कैंसर से जूझ रहे हैं, तब उन्होंने कहा, “लोग बॉलीवुड हस्तियों के बारे में इन बातों को जानते हैं क्योंकि वे सार्वजनिक शख्सियत हैं, लेकिन यह बीमारी हमारे समाज में बहुत प्रचलित है। मैंने एक आँकड़ों में पढ़ा था कि विकासशील देशों में हर तीसरा व्यक्ति कैंसर से लड़ रहा होता है, यही कारण है कि, हमें शुरुआती जाँच-पड़ताल करनी चाहिए क्योंकि यदि आप इसका पता शुरुआती चरण में लगा सकते हैं तो आप वास्तव में अच्छी तरह से इलाज कर सकते हैं। “

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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