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    शाह महमूद कुरैशी

    पाकिस्तान ने भारत के साथ उपजे तनाव को कम करने के लिए संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप करने की मांग की है। जैश-ए-मोहम्मद द्वारा अंजाम दिए इस हमले में सीआरपीएफ के 44 सैनिक शहीद हो और कई सैनिक बुरी तरह जख्मी है। रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी हमलावर की कार में लगभग 350 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ था, जिसने सीआरपीएफ के काफिले की बस में टक्कर मारी थी। इस हमले में बस को निशाना बनाया गया था लेकिन यह धमाका इतना खतरनाक था कि इससे कई और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।

    इस आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के मध्य द्विपक्षीय तनाव अधिक बढ़ गए हैं। पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यूएन के सचिव एंटोनियो गुएट्रेस को पत्र लिखकर, दोनों देशो के बीच उपजे मतभेद को कम करने के लिए कहा है।

    शाह महमूद कुरैशी ने लिखा कि “यह बेहद अविलंबिता के साथ है, मैं आपका ध्यान कैन्द्रित करना चाहता हूं कि हमारे क्षेत्र में खराब है नतीजतन भारत की तरफ से पाकिस्तान पर हमले का खतरा बना हुआ है।” भारत ने कश्मीर मसले पर किसी तीसरी पार्टी की दखलअंदाजी को साफ इंकार किया है और भारत व पाक द्वारा द्विपक्षीय स्तर पर इस विवाद का हल निकालने के पक्ष में रहा है।

    उन्होंने कहा कि घरेलू राजनीतिक हितों के कारण भारत निरंतर पाकिस्तान के खिलाफ शत्रुतापूर्ण भाषण देता है, जिससे वातावरण काफी तनावग्रस्त हो रखा है। पाक विदेश मंत्री ने यह भी लिखा कि भारत ने सिंधु जल संधि को भी खत्म करने के संकेत दिए हैं।

    शाह महमूद कुरैशी ने लिखा कि तनाव को कम करने के लिए कदम उठाना अनिर्वाय है और संयुक्त राष्ट्र को ऐसा करना जरूरी है। भारत को इस आतंकी हमले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। आपको भारत से इस असामान्य हालत को काबू करने के लिए कहना चाहिए, साथ ही हालातों को समान्य करने के लिए पाकिस्तान व कश्मीरियों से बातचीत करनी चाहिए।

    पाक विदेश मंत्री ने आग्रह किया कि इस पत्र को सुरक्षा सभा और जनरल असेंबली में भी दिया जाए। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि कश्मीर मसले में हस्तक्षेप करने वाला सबसे प्रासंगिक देश अमेरिका है। अमेरिका को इसमें दखलअंदाजी करना चाहिए।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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