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कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस बीमारी (कोविड -19) संक्रमण के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए सरकार को यह कहते हुए दोषी ठहराया है की योगी की सरकार अनियमित रूप से कोविड-19 टेस्ट को लेकर बढ़ोतरी करने और संक्रमण को रोकने में सक्षम नहीं दिख रही है ।

“यूपी सरकार के स्वयं के सर्वेक्षण ने दिखाया कि पांच करोड़ लोग कोविड -19 के संपर्क में आए। परीक्षण  यानी कोविड  टेस्टिंग को बढ़ाने की मांग मांग की गई थी। सरकार ने 70% एंटीजन परीक्षण शुरू किया, जिसका मतलब है कि उन परीक्षणों में से केवल 30% आरटी-पीसीआर थे। क्या अधिक महत्वपूर्ण है? लोगों का जीवन या आपकी सरकार की छवि? क्या एंटीजन टेस्ट का उपयोग संख्या को कम करने के लिए किया गया था? कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक निजी प्रयोगशालाओं को टेस्टिंग रोकने के लिए कहा जा रहा है” – प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा।

प्रधानमंत्री पर भी साधा निशाना

पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में 20,000 से अधिक संक्रमण के मामले दर्ज होने के बाद प्रियंका गांधी की यह प्रतिक्रिया आई है। राज्य ने मंगलवार को 29,754 नए मामले दर्ज किए हैं, जो राज्य की नौ लाख से अधिक संक्रमण मरीजों की संख्या को एक बड़ा धक्का दे रहा है। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से 162 लोगों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में मरने वालों की संख्या 10,000 का आंकड़ा पार कर गई।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने बंगाल में हो रहे विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की है। प्रधानमंत्री मोदी 23 अप्रैल नाली के मुर्शिदाबाद, दक्षिण कोलकाता, सिउरी और मालदा में रैलियां करने वाले हैं। “वे आज भी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि रैलियों में वे मंच  पर हंसते हुए दिखाई देते हैं, जबकि लोग ऑक्सीजन, बिस्तर, दवाइयों की मांग को लेकर आंसू बहा रहे हैं”। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी को लोगों के साथ बैठकर मौजूदा संकट के समाधान पर चर्चा करने की जरूरत है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की अपमानजनक टिप्पणी पर बोली प्रियंका गांधी

हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी को पत्र के जवाब में मौजूदा कोविड -19 स्थिति से निपटने के लिए रणनीतियों का सुझाव दिया था। उसी पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की टिप्पणियां थोड़ी अपमानजनक  दिखाई दी। 

कांग्रेस नेता ने इसकी आलोचना करते हुए यह कहा कि “हर कोई जानता है कि मनमोहन सिंह एक व्यक्ति के रूप में कितने प्रतिष्ठित हैं। यदि वह ऐसे समय में उपायों का सुझाव दे रहे है जब हमारा समस्त भारत महामारी का सामना कर रहा है, तो सुझावों को उसी गरिमा के साथ लिया जाना चाहिए, जिसके साथ उन्हें पेश किया गया था”। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में भारत में कोरोना वायरस बीमारी के 295,041 मामले और पिछले 24 घंटों में 2,023 मौतें हुईं है।

By दीक्षा शर्मा

गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से LLB छात्र

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