Tue. Apr 16th, 2024
    modi-uddhav

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओने एक दिवसीय महाराष्ट्र दौरे के दौरान मुंबई के कल्याण और पुणे पहुंचेंगे जहाँ वो करीब 41,000 करोड़ रुपये के बुनियादी ढाँचे और आवासीय परियोजनाओं का शुभारम्भ करेंगे।

    मुंबई हवाई अड्डे पर उतरने के बाद प्रधानमंत्री सबसे पहले एक टीवी चैनल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे उसके बाद राजभवन में एक पुस्तक ‘टाइमलेस लक्ष्मण’ का विमोचन करेंगे। उसके बाद प्रधानमंत्री थाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो 5 और दहिसर-मीरा-भायंदर मेट्रो 9 का कल्याण में शिलान्यास करेंगे। कल्याण में वो 18,000 करोड़ रुपये के नवी मुंबई शहर नियोजन प्राधिकरण और महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम के आवासीय योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे जिसके अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 89,771 घर उपलब्ध कराने की योजना है।

    पुणे में प्रधानमंत्री हिन्जेवाडी और शिवाजीनगर मेट्रो लाइन का शिलान्यास करेंगे जो पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप पर आधारित है।

    8,313 करोड़ रुपये के लागत से 23 किलोमीटर लम्बे पुणे के हिनजेवाड़ी और शिवाजीनगर मेट्रो लाइन शिवाजीनगर के महत्वपूर्ण आईटी पार्क को जोड़ेगी।

    प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से शिवसेना की दूरी 

    महाराष्ट्र में भाजपा सरकार की सहयोगी शिवसेना ने प्रधानमंत्री मोदी के महाराष्ट्र दौरे से खुद को अलग रखने का फैसला किया है। इसे भाजपा और शिवसेना के बीच बढती दूरी के रूप में देखा जा रहा है।

    दरअसल रविवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को मुंबई में 12,000 करोड़ रुपये के कोस्टल रोड प्रोजेक्ट का भूमि पूजन किया था जिसका भाजपा ने बहिष्कार किया था। इसी वजह से शिवसेना ने प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम से दूरी बनाई है। एक तरह से इसे शिवसेना के बदले के रूप में देखा जा रहा है।

    भाजपा और शिवसेना के भेच हालिया 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में भा.जपा की हार के बाद और बढ़ गया है। शिवसेना के मुख्यपत्र सामना में इस हार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया गया था

    जीत पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को बधाई देते हुए सामना में चुनाव को “भाजपा मुक्त” कहा गया था जिसपर भाजपा भड़क गई थी।

    सामना के सम्पादकीय में  कहा गया था कि भाजपा ने पहले अपने दोस्तों को हराया और अब खुद 3 राज्यों में हार गई। पत्रिका में लिखा गया था कि ‘किसान कर्ज से परेशान थे, युवा बेरोजगारी से परेशान थे और प्रधाम्नात्री हवाई दौरे में व्यस्त थे।”

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *