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    रविवार को दुनिया भर में पत्रकारीय साझेदारी से लीक पेंडोरा पेपर्स नाम के लाखों दस्तावेज़ों ने भारत सहित 91 देशों और क्षेत्रों में वर्तमान और पूर्व विश्व नेताओं, राजनेताओं और सार्वजनिक अधिकारियों के वित्तीय रहस्यों को उजागर करने का दावा किया है।

    150 मीडिया आउटलेट्स (जिसमें यूके में बीबीसी और ‘द गार्जियन’ अखबार और भारत में ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ शामिल थे) की संस्था इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) ने अपनी जांच में दावा किया कि इसने 11.9 मिलियन से अधिक गोपनीय डेटा प्राप्त किया है। इसमें कई सुपर अमीरों के गुप्त वित्तीय लेन-देन का पता लगाने के लिए फाइलें भी शामिल हैं।

    आईसीआईजे ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि, “गुप्त दस्तावेजों से जुड़े लोगों में भारत के क्रिकेट सुपरस्टार सचिन तेंदुलकर, पॉप संगीत कलाकार शकीरा, सुपरमॉडल क्लाउडिया शिफर और एक इतालवी डकैत शामिल हैं जिन्हें ‘ले द फैट वन’ के नाम से जाना जाता है।”

    इस रिपोर्ट में बताया गता है कि, “सचिन तेंदुलकर के वकील ने कहा कि इस क्रिकेट खिलाड़ी के सभी निवेश वैध हैं और पहले ही कर अधिकारियों को घोषित कर दिए गये हैं। वहीं शकीरा के वकील ने कहा कि गायिका ने अपनी कंपनियों की घोषणा की हुई है। साथ ही मॉडल शिफर के प्रतिनिधियों ने कहा कि सुपरमॉडल यूके में सही ढंग से कर का भुगतान करती हैं, जहां वह रहती हैं।”

    रिपोर्ट के निष्कर्ष दावा करते हैं कि, “आईसीआईजे की नवीनतम जांच, पेंडोरा पेपर्स, पाकिस्तानी राजनेताओं द्वारा अपतटीय कंपनियों के उपयोग पर नए सिरे से ध्यान आकर्षित करती है। इस बार, (प्रधान मंत्री इमरान) खान के करीबी लोगों की अपतटीय होल्डिंग्स का खुलासा किया जा रहा है, जिसमें उनके वित्त मंत्री और एक शीर्ष अधिकारी शामिल हैं।”

    पाकिस्तानी प्रधान मंत्री खान के एक प्रवक्ता ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि उनके किसी मंत्री या सलाहकार के पास अपतटीय कंपनियां हैं, तो “उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा”।

    आईसीआईजे के अनुसार इसके गुप्त दस्तावेज जॉर्डन के राजा, यूक्रेन, केन्या और इक्वाडोर के राष्ट्रपतियों, चेक गणराज्य के प्रधान मंत्री और पूर्व ब्रिटिश प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर की पसंद के अपतटीय लेनदेन को उजागर करते हैं। फाइलें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के “अनौपचारिक प्रचार मंत्री” और रूस, यू.एस., तुर्की और अन्य देशों के 130 से अधिक अरबपतियों की वित्तीय गतिविधियों को भी प्रकट करती हैं।

    By आदित्य सिंह

    दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास का छात्र। खासतौर पर इतिहास, साहित्य और राजनीति में रुचि।

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