अक्सर कई कारणों से हमारे पेट में दर्द और गैस के कारण तकलीफ हो जाती है। इसका मुख्य कारण पाचन में गड़बड़ी होता है जिसके प्रभाव से हम असहज महसूस करते हैं।
यह एक गंभीर स्थिति होती है जो निरंतर हो सकती है। कभी कभी यह ठीक हो जाती है और फिर कुछ समय बाद फिर परेशान करती है।
कुछ लोग इसे बर्दाश्त कर लेते हैं और इस पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं। हालांकि, ऐसा करना चिंताजनक हो सकता है क्योंकि यह दर्द बढ़कर पेट में छालों आदि की समस्या पैदा कर सकता है।
आइये यहाँ हम आपको कुछ ऐसे प्राकृतिक उपायों के बारे में बताते हैं जिनको अपनाकर आपके पेट की तकलीफ दूर करी जा सकती है।
पेट दर्द और गैस का इलाज
1. ग्रीन टी
ग्रीन टी में प्रचुर मात्रा में एंटीओक्सीडैन्ट्स पाए जाते हैं जिसके कारण यह पेट की एसिडिटी को कम करने का कार्य करती है।
सामग्री:
- 1-2 चम्मच ग्रीन टी की पत्तियां या टी बैग
- 1 कप गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- ग्रीन टी की पत्तियों को 5-10 मिनट तक पानी में डला रहने दें।
- इसे गर्म ही पी लें। आप इसमें स्वाद के लिए नीम्बू या शहद भी डाल सकते हैं।
दिन में 2-3 कप ग्रीन टी लें।
ध्यान रखें
पेट में समस्या के दौरान दूध वाली चाय या दुग्ध पदार्थों का सेवन न करें।
2. ओटमील
पेट की समस्याओं में ओटमील काफी उपयोगी होता है। इसको पचाना आसान होता है और फाइबर से भरपूर होता है जिससे पाचन प्रक्रिया में तेज़ी आती है।
सामग्री:
- 1 कप ओटमील
- गर्म पानी
- 1-2 चम्मच शहद(ऐच्छिक)
- बेरी और केले जैसे फल(ऐच्छिक)
कैसे इस्तेमाल करें?
- गर्म पानी में 1 कटोरी ओटमील तैयार कर लें।
- इसमें शहद और अपने पसंद के फल डालें और भोजन की तरह खा लें।
दिन में 1-2 कटोरी ओटमील खाएं।
ध्यान रखें
दूध का इस्तेमाल न करें क्योंकि इससे पेट की समस्या बढ़ सकती है।
3. ओलिव ओइल
ओलिव ओइल शरीर को ऐसे एंजाइम का उत्पादन करने के लिए उत्तेजित करता है जो पाचन में सहायक होते हैं। इससे सूजन, एसिडिटी आदि की समस्या नहीं होती है।
सामग्री:
- 1 चम्मच अतिशुद्ध जैतून का तेल(ओलिव ओइल)
कैसे इस्तेमाल करें?
- खाना खाने के आधा घंटे पहले इसे ले लें।
इसे हर समय के भोजन से पहले लें।
4. पपीता
पेट की समस्या के लिए पपीता काफी फायदेमंद होता है। यह पेट के फूलने, पेट में सूजन, जलन आदि की समस्या कम करता है।
सामग्री:
- 1 कप ताज़ा पपीता
कैसे इस्तेमाल करें?
- अपने आहार से आधा घंटे पहले पपीता खा लें।
एक दिन में 2-3 कप खाएं।
5. योगर्ट
योगर्ट में स्वास्थ्यवर्धक बैक्टीरिया पाया जाता है जो पाचन की समस्याओं को दूर कर देता है।
सामग्री:
- ओर्गानिक सादा योगर्ट
कैसे इस्तेमाल करें?
- दिन में 2-3 कप योगर्ट खाएं। आप इसे खाने से खाने के बाद या खाने के साथ भी खा सकते हैं।
प्रतिदिन योगर्ट खाने से आपको लम्बे समय में भी पाचन सम्बन्धी समस्याएं नही होंगी।
6. सेब का सिरका
सेब का सिरका पेट में बढ़ी हुई एसिड की मात्रा से लड़ता है और पीएच सामान्य करता है।
सामग्री:
- 1 बड़ा चम्मच सेब का सिरका
- 1 बड़ा चम्मच शहद
- 1 गिलास पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- सेब का सिरका और शहद पानी में मिला लें और इसे पी लें।
इसे आवश्यकता अनुसार कुछ घंटों में दोहराएं।
7. बेकिंग सोडा
यह पेट में मौजूद एसिड को कम कर देता है। इसका सेवन करने से डकार आती है जिससे जी मिचलाने और सूजन की समस्या खत्म हो जाती है।
सामग्री:
- 1/2-1 चम्मच बेकिंग सोडा
- आधा गिलास पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- बेकिंग सोडा को पानी में मिलाएं और तुरंत पी लें।
आवश्यकता के अनुसार इसे 4 घंटे बाद दोहराएं।
8. केले
केला आसानी से पच भी जाता है और ये पाचन सम्बन्धी समस्याओं का निवारण भी करता है। इसमें मौजूद पोटैशियम और एंटीओक्सीडैन्ट्स गुण पाचन में उपयोगी होते हैं।
सामग्री:
- केले
कैसे इस्तेमाल करें?
- खाने के पहले या उसके बाद केला खा लें।
आप दिन में 2-3 केले खा सकते हैं।
9. अदरक का यवसुरा
अदरक का यवसुरा मूल रूप से एक कार्बोनेटेड पेय है जिसमें अदरक का अर्क होता है। अदरक में उपस्थित फाइटोकेमिकल्स की वजह से यह पेट की समस्या से निजात दिलाता है। ये गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव प्रभाव डालती है और गैस्ट्रिक गतिशीलता को बढ़ाती है।
सामग्री:
- अदरक का यवसुरा
कैसे इस्तेमाल करें?
- पाचन सम्बन्धी समस्याओं के दौरान इसका सेवन करें।
आवश्यकता अनुसार इसे दोहराएँ।
10. कैमोमाईल टी
कैमोमाइल में उपस्थित फीनॉलिक यौगिकों और टेरपेनोइड आपके पाचन तंत्र को आराम देते हैं। यह चाय पेट फूलना, पेट में ऐंठन, सूजन और अपच से राहत देता है। यह गैस्ट्रिक अम्लता को भी कम करता है।
सामग्री:
- 1-2 चम्मच सूखी कैमोमाईल या टी बैग
- 1 कप गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- 15 मिनट के लिए कैमोमाईल टी को गर्म पानी में डाल दें।
- इस मिश्रण को गर्म ही पी लें।
प्रतिदिन 2-3 कप कैमोमाईल पीयें।
11. दालचीनी
सामग्री:
- 1 चम्मच दालचीनी चूर्ण
- 1 कप गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- दालचीनी चूर्ण को गर्म पानी में डालें और इसे सिप करके पीयें।
आपको कुछ मिनट में ही आराम मिल जायेगा लेकिन यदि आवश्यकता हो तो एक घंटे बाद इसे दोहराएं।
12. जूस
गाजर का जूस
इसमें मौजूद फाईटोनुट्रीटस स्वस्थ पेट को बढ़ावा देते हैं। गाजर में मौजूद कैरोटीनॉड्स (विटामिन ए के प्री-कर्सर) और पॉलीफेनॉल्स में उपचार और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं।
सामग्री:
- कुछ मध्यम आकर की गाजर
- केला
- पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- गाजर और केले काट लें।
- सभी चीजों को ब्लेंडर में डालकर पीस लें और जूस बना लें।
- इसे पी लें।
प्रतिदिन 2 गिलास पीयें।
सेब का जूस
सेब का जूस आपके पेट के पीएच को सामान्य करता है और पाचन में उपयोगी होता है।
सामग्री:
- सेब का ओर्गानिक जूस
कैसे इस्तेमाल करें?
- एक कप सेब का जूस रोज़ पीयें। यदि आपको यह गाढ़ा लगे तो इसमें पानी मिलाकर 1:1 का प्रतिशत बना लें।
स्वस्थ पेट के लिए इसे कुछ दिन तक दोहराएं।
नीम्बू का रस
पेट में दर्द, गैस और दिल का दर्द जो आमतौर पर अनुभव होने पर नींबू के रस के पानी से आसानी से राहत मिल सकती है। नींबू का रस पाचन में सुधार करता है और पेट में पित्त के प्रवाह को बढ़ाता है। इसमें रोगाणुरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
सामग्री:
- 2 बड़े चम्मच नीम्बू का रस
- 1 कप गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- नीम्बू का रस गर्म पानी में डाल लें और धीरे धीरे सिप करके पीयें।
कुछ घंटों बाद आवश्यकता अनुसार दोबारा एक कप पी लें।
संतरे का रस
संतरे का रस शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्व देता है और पाचन तंत्रिका को आराम देता है।
सामग्री:
- ताज़ा संतरे का रस
कैसे इस्तेमाल करें?
- अपना भोजन लेने से पहले एक गिलास संतरे का रस पी लें।
दिन में 1-2 गिलास ले लें।
ध्यान रखें
इसे खाने के पहले ही लें क्योंकि खाने के बाद लेने से आपकी तकलीफ बढ़ जाएगी।
एलो वेरा जूस
एक एलो वेरा पत्ती के भीतर निहित जेल पोषक तत्वों, विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सीडेंट से भरा होता है। यह पेट में दर्द और गैस और पाचन के उपचार की प्रक्रिया को तेज करता है।
इसमें पाचन तंत्र के भीतर की परत पर भी प्रभाव पड़ता है। इसकी क्षारीय प्रकृति पेट में अतिरिक्त एसिड को बेअसर कर देगी।
सामग्री:
- एलो वेरा की पत्ती
- 1 गिलास पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- एलो वेरा की पत्ती को काट लें और इसका रस निकाल लें। अब इसे बीच से काट कर इसका जेल निकाल लें।
- 2 बड़े चम्मच जेल को एक गिलास पानी में मिलाकर पी लें।
- आप बाकि बचा हुआ जेल 7-10 दिन तक फ्रिज में रख सकते हैं।
एक दिन में 2 गिलास ताज़ा एलो वेरा का रस पीयें।
पेट दर्द और गैस के अन्य उपाय
पेट में दर्द और गैस का मुख्य कारण पाचन में गड़बड़ी होना है। इसके लिए आप ध्यान रखें कि आप अपने पाचन पर ध्यान दें।
इसके लिए आप रोजाना सुबह पानी पीयें। इससे पेट साफ़ रहता है।
इसके अलावा खाने के बीच पानी ना पीयें, क्योंकि इससे पाचन ठीक से नहीं होता है।
आप समय पर शोच जाएँ जिससे पेट साफ़ रहे।
यदि अत्यधिक गैस की समस्या है, तो आप डॉक्टर से परामर्श करें।
Good article !
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