भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना के लिए हर संभव मदद कर रहे है और अब उन्होने हर स्तर पर भारतीय सेना के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया है।
बाएं हाथ के इस व्यक्ति ने ट्विटर पर एक पोस्ट साझा किया जिसमें सेना के जवानों की भावनाओं से मेल खाने की इच्छा, कंधे से कंधा मिलाकर चलने की इच्छा का संकेत दिया है।
Indian Army ने यह जंग भी शुरू नहीं करी but they will bloody well finish it and I am with them emotion-to-emotion, shoulder-to-shoulder.
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) February 17, 2019
उन्होने ट्विट करते हुए लिखा, ” भारतीय सेना ने यह जंग भी शुरू नहीं की, लेकिन वे इसे अच्छी तरह से खत्म कर देंगे और मैं उनके साथ भावना-से-भावना, कंधे से कंधा मिलाकर चलूंगा।”
गंभीर ने हाल ही में एक बुक लॉन्च के दौरान बताया था कि ‘भाग्य’ से सेना उनका पहला प्यार था, लेकिन 12वीं कक्षा में रणजी ट्रॉफी खेलने के बाद वह क्रिकेट से जुड़ गए थे।
While our men are being mercilessly killed why should we give security to Hurriyat leaders? Come on @BJP4India lets do away with any such gestures. And in case whom must these leaders fear? We need security FROM Hurriyat rather than FOR them #PulawamaAttack
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) February 16, 2019
गंभीर ने पीटीआई के हवाले से कहा था, “यह शुद्ध नियति थी और मैंने 12 वीं (मानक) में रणजी ट्रॉफी नहीं खेली थी, मैं निश्चित रूप से एनडीए में चला गया होता क्योंकि यह मेरा पहला प्यार था और यह अभी भी मेरा पहला प्यार है। वास्तव में, यह जीवन में मेरा एकमात्र अफसोस है।
उन्होंने कहा, “जब मैंने क्रिकेट में प्रवेश किया तो मैंने फैसला किया कि अब जो सबसे अच्छा काम कर सकता हूं, वह अपने पहले प्यार के लिए योगदान देना होगा…और मैंने इस नींव की शुरुआत की जो सभी शहीदों के बच्चो की देखभाल करते है।”
I have some news for Pakistan. We should continue their ‘MFN’ status. Only thing is, that this time we the civilians will decide what ‘F’ stands for. https://t.co/5SsC6BlDvT
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) February 16, 2019
गुरुवार को पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए, जिन्हें कश्मीर में सुरक्षा बलों पर अब तक का सबसे घातक हमला करार दिया गया। पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने श्रीनगर-जम्मू-कश्मीर राजमार्ग पर सीआरपीएफ कर्मियों को ले जाने वाले काफिले को निशाना बनाया।
प्रधान मंत्री ने इस हमले को “नीच” बताते हुए कड़ी निंदा की और कहा, “हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान व्यर्थ नहीं जाएंगे। पूरा देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।”