Sat. Oct 5th, 2024
    गिलगित-बल्तिस्तान

    पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) व गिलगित-बल्तिस्तान में एक बार फिर से पाकिस्तान के विरोध मे प्रदर्शन किये जा रहे है। यहां पर स्थानीय नागरिकों ने पाक सरकार पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने व पाक सरकार द्वारा लागू कराधान को खारिज करने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है।

    बड़ी संख्या में व्यापारियों ने बाजारों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को गिलगित व स्कार्दु सहित कई शहरों में बंद करवाया है। यहां के व्यापारियों व नागरिकों द्वारा इस्लामाबाद की तरफ से लगाए गए अवैध करों के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है।

    गौरतलब है कि कुछ हफ्तों पहले भी यहां के नागरिकों व व्यापारियों ने काफी दिनों तक पाक सरकार द्वारा लगाए अवैध करों के खिलाफ व्यापार व बाजारों को बंद करा था और सड़को पर उतर आए थे। तब से ही लगातार यहां पर विरोध-प्रदर्शन चल रहा है।

    प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पाकिस्तानी सरकार ने अभी तक गिलगित-बल्तिस्तान के बारे में संवैधानिक स्थिति निर्धारित नहीं है। इसे निर्धारित किए बिना ही गिलगित-बल्तिस्तान पर अनावश्यक कर लगाना अनुचित व अनैतिक है।

    अवैध करों को वापस लेने का किया आह्वान

    गिलगित-बल्तिस्तान में अंजीमन-ए-ताजरान व अवामी एक्शन कमेटी और यहां के स्थानीय राजनीतिक व धार्मिक दलों द्वारा व्यापारियों व आम नागरिकों का समर्थन किया जा रहा है। इन्होंने पाकिस्तान सरकार से जीबी कर अनुकूलन अधिनियम 2012 के तहत लगाए गए सभी करों को वापस लेने का आह्वान किया।

    करों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों में वकील संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है। वकीलों ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गिलगित- बल्तिस्तान परिषद इन करों के लिए दोषी है, जिसकी अध्यक्षता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है।

    गिलगित- बल्तिस्तान परिषद ही स्थानीय लोगों के साथ निरंकुश व्यवहार के लिए जिम्मेदार है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस्लामाबाद द्वारा गिलगित- बल्तिस्तान के लोगों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया जाता है। साथ ही यहां के लोगों के साथ कोई सहानुभूति नहीं दिखाई जाती है।

    पीओके में बिजली का दुरूपयोग कर रहा पाकिस्तान

    पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर नेशनल अवामी पार्टी ने विरोध करते हुए कहा कि यहां के पांच बांधों से 5000 मेगावाट बिजली पैदा होती है और उस बिजली के 4500 मेगावाट इस्लामाबाद ग्रिड में ले जाया जाता है बाकि के महज 500 मेगावाट को ही स्थानीय लोगों के लिए उपलब्ध करवाया जाता है।

    हमारे क्षेत्र से बिजली की भारी आपूर्ति किए जाने के बाद भी हमसे मनमानी बिजली की कीमत वसूली जा रही है। इसलिए हमें सड़कों पर आकर विरोध-प्रदर्शन करने की जरूरत है। पार्टी ने कहा कि पीओके के संसाधनों का दुरूपयोग करने इस्लामाबाद पहुंचाया जाता है और हमारी जरूरतों को पूरा नहीं किया जाता है।