सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फ़िल्म सर्टिफिकेशन के पूर्व अधिकारी पहलाज निहलानी ने उनकी आने वाली फ़िल्म ‘रंगीला राजा’ के कई सीन काटे जाने का आर्डर देने के लिए इसके खिलाफ़ बॉम्बे हाईकोर्ट में दलील दी है।
सी बी एफ सी के प्रमुख प्रसून जोशी पर इल्जाम लगाते हुए, पहलाज निहलानी ने कहा है कि,” मेरी फ़िल्म की समीक्षा करने के लिए उनको 40 दिन पहले से कहा गया था। मैं दिवाली पर अपनी फ़िल्म रिलीज़ करना चाहता था और ‘ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान’ की समीक्षा करने के लिए सिर्फ 20 दिन पहले ही आवेदन किया गया था और उस फ़िल्म का अनुमोदन हो गया और मेरी फ़िल्म लटका दी गई। ”
निहलानी ने आगे कहा कि,”प्रसून जोशी और आमिर खान अच्छे दोस्त हैं इस लिए ‘ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान’ को पहले मौका दिया गया है और मेरे फ़िल्म के जो सीन काटे गए हैं वह सी बी एफ सी के दिशा-निर्देशों के खिलाफ़ है।”
निहलानी ने आगे कहा कि,”हाँ! मैं इस मामले को हाईकोर्ट में लेकर गया हूँ। मेरे पास और कोई रास्ता नहीं था। सी बी एफ सी ने मेरी फ़िल्म में जो सीन्स हटाने का आदेश दिया है उसमें कोई भी आपत्तिजनक या किसी भी प्रकार से नुक्सान पहुचाने वाले सीन्स नहीं थे।
उन्होंने मेरी फ़िल्म को 16 नवम्बर को रिलीज़ करने को कहा है, इसलिए कोर्ट में जाने के सिवा मेरे पास दूसरा कोई रास्ता ही नहीं था। मुझे दुबारा से समिति के पास जाने की सलाह दी गई थी पर मैंने ऐसा नहीं किया।”
निहलानी ने पुनर्निरीक्षण समिति के पास न जाने के कारणों का ख़ुलासा करते हुए बताया कि,” पुनर्निरीक्षण समिति का फैसला सी बी एफ सी के मुख्य अध्यक्ष द्वारा ही लिया जाता है। मैं यह बात जानता हूँ क्योंकि मैंने वहां काम किया है।
मुख्याधिकारी प्रसून जोशी अभी देश के बाहर गए हुए हैं। और मुझे लगता है कि कई बार ऐसा होता है कि सी बी एफ सी के निर्णय उनके कर्मचारियों को लेना पड़ता है। और यह दिशा निर्देशों के खिलाफ़ है।”
निहलानी अपनी फ़िल्म के साथ किसी भी प्रकार की नाइंसाफी नहीं होने देना चाहते हैं। उनको लगता है कि कोर्ट में जाने का निर्णय सबसे अच्छा कदम है और कोर्ट ने पहले भी फ़िल्म “उड़ता पंजाब’ के साथ न्याय किया है और निहलानी की फ़िल्म के लिए भी कोर्ट ऐसा ही करेगी।
इस फ़िल्म में गोविंदा डबल रोल में नज़र आएँगे।