संयुक्त राष्ट्र आमसभा में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क पहुंची विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को 9 देशों के नेताओं के साथ द्वीपक्षीय वार्ता की और उन्होंने नेल्सन मंडेला पीस समिट को भी संबोधित किया, जिसका आयोजन संयुक्तराष्ट्र द्वारा किया गया था।
सोमवार को विदेश मंत्री स्वराज ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहल पर आयोजित एंटी-नारकोटिक्स मीटिंग में हिस्सा लिया। इस बैठक में भारत समेत 129 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। इस बैठक को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने संबोधित किया।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, इक्वेडोर, कोलंबिया, मंगोलिया, नेपाल, मोरक्को, लिंचेंस्टाइन, यूरोपियन यूनियन इन सभी देशों के विदेश मंत्रियों से द्वीपक्षीय वार्ता की।
The last day of #UNGA … before start of the General Debate😊…is packed with meetings. pic.twitter.com/U6FnSprLxe
— Syed Akbaruddin (@AkbaruddinIndia) September 25, 2018
दुसरे देशों के साथ की गयी वार्ता में उन देशों के साथ भारत के संबंधों के आधार पर संबंधीत विषयों समेत निवेश, व्यापार, रणनीतिक साझेदारी इन जैसे विषयों पर चर्चा की गयी।
इसबीच विदेश सचिव विजय गोखले ने संयुक्त राष्ट्र ने एशियाई देशों के प्रतिनिधियों के लिए आयोजित किए हुए, कांफ्रेंस ऑन इंटरेक्शन एंड कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मेजर्स इन एशिया में हिस्सा लिया। इस मीटिंग में सभी एशियाई देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। विदेश मंत्रालय में पश्चिमी देशों के सचिव रुची घनश्याम ने अफ्रीकन देशों से जुड़े राउंड टेबल मीटिंग में हिस्सा लिया।
विदेश मंत्री की अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष से मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर इस मीटिंग को रणनीतिक साझेदारी में अगला कदम बताया। आपको बतादे, भारत और ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका समेत चार देशों की एक एकत्रित रणनीतिक साझेदारी बनाने पर काम कर रहे हैं, जिससे चीन के बड़ते प्रभुत्व को कम किया जा सकें।
संयुक्तराष्ट्र आमसभा की बैठक मंगलवार से शुरू हुयी, इससे पहले विदेश मंत्री ने फिजी के प्रधानमंत्री जे वी बैनिमारामा और इराक, सायप्रस, मोल्डोवा और एस्टोनिया के विदेश मंत्रियों के साथ भी बातचित की।
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