भारत की राजधानी दिल्ली में वायु जहरीली बन चुकी है। पिछले कई दिनों से जन-जीवन पूरी तरह प्रभावित है। स्कूल-कॉलेज आदि बंद हैं। ऐसे में दिल्ली में ‘मौसम आपातकाल’ की घोषणा कर दी गयी है।
वायु प्रदुषण बढ़ने के कारण तो अनेक हैं। लेकिन इस समय सबसे बड़ा कारण है, दिल्ली के आसपास के हरियाणा और अन्य इलाकों में किसानों द्वारा फसलों को जलाना।
हालात इतनी बुरी है, कि अंतराष्ट्रीय मौसम विभाग ने वायु प्रदुषण के जिस स्तर को सामान्य बताया है, दिल्ली में उससे 30 गुना ज्यादा प्रदूषण है।
सरकार इसे निपटने के लिए कई उपाय अपना रही है। दिल्ली सरकार अपनी पुरानी योजना ओड-इवन को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रही है। इसके जरिये सड़कों पर चलने वाले वाहनों को कम किया जा सकेगा।
इसके अलावा सरकार बड़ी मात्रा में पानी छिड़ककर प्रदूषित कणों को नीचे बिठाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए हेलीकाप्टर का इस्तेमाल कर ऊंचाई से पानी गिराया जाएगा। ( सम्बंधित : पानी से वायु प्रदुषण कैसे रोका जा सकेगा? )
यह तो हुई सरकार की बात, सामान्य जनता के तौर पर हम भी वायु प्रदुषण को रोकने के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं।
वाहनों की संख्या घटाएं
परिवहन के लिए अप्रदूषित वाहनों का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा सार्वजनिक बसों और मेट्रो का इस्तेमाल करें। यदि आप टैक्सी ले रहे हैं, तो कोशिश करें कि आप इसे अन्य लोगों के साथ साझा कर सकें।
इसके अलावा कम से कम निजी वाहन का इस्तेमाल करने की कोशिश करें। यदि आप कहीं पास में ही जा रहे हैं, तो कोशिश करें कि आप पैदल ही जाएँ। इसके अलावा यदि आप एक बार वाहन लेकर बाहर निकल रहे हैं, तो कोशिश करें कि आप पुरे दिन के काम एक बार में ही कर लें।
वातावरण साफ़ रखें
हमारा वातावरण साफ़ रखना हमारे ही नियंत्रण में हैं। इसके लिए कोशिश करें कि आप आस-पास सफाई रखें। सड़क या अन्य सार्वजानिक जगह पर कूड़ा इकट्ठा ना होने दें।
इसके अलावा कोशिश करें कि बिना वजह कहीं आग ना जलाएं। सर्दियों के दिनों में लोग अकसर सूखे पत्त्ते और लकड़ियां जलाकर सिकते हैं। ध्यान रहे कि सूखे पत्तों को जलाना वायु के लिए बहुत ही हानिकारक है।
यदि सूखे पत्तों का ढेर है, तो उसे जलाने के बजाय जमीन में गद्दा खोदकर दबा दें।
अन्य उपाय
इसके अलावा कम से कम बिजली का इस्तेमाल करने की कोशिश करें। दिन में बल्ब आदि ना जलाएं और ऐसी और फ्रिज का इस्तेमाल कम से कम करें।
यदि आप किसी तरह के निर्माण कार्य शुरू करने का विचार कर रहे हैं, तो कुछ दिनों के लिए इसे रोक दें। निर्माण कार्य के दौरान इस्तेमाल होने वाली मशीनें वातावरण के लिए काफी हानिकारक होती हैं।
यदि आपके वाहन का इंजन काफी पुराना है, तो इसे बदलवा लें। इंजन पुराना होने से उसमे से हानिकारक गैस बाहर निकलती है। इसके अलावा अपने वाहनों के टायरों में हवा पूरी तरह से भरवा लें। टायरों में कम हवा होने से सड़क पर इसका ज्यादा दबाव बनता है, जो वायु प्रदुषण में भी भूमिका निभाता है।
इसके अलावा कोशिश करें, कि आप सौर्य ऊर्जा का घर में इस्तेमाल कर सकें। सौर ऊर्जा से आप घर के सभी उपकरण, खाना बनाना, पानी गरम करना आदि सब काम कर सकते हैं। सौर्य ऊर्जा के इस्तेमाल से वायु प्रदुषण भी नहीं होता है।