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    राजद अध्यक्ष लालू यादव

    संतान द्वारा की गयी गलतियों का नतीजा अक्सर माता-पिता को भुगतना पड़ता है और अगर बात करे भारतीय राजनीति की, तो यहां भी बड़े से बड़ा राजनेता अपनी संतान से दुखी है। बात भले सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की हो या फिर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की, हर कोई अपनी संतान से परेशान है। खैर सपा में तो सबकुछ एक बार फिर ठीक होता नजर आ रहा है, लेकिन लालू की मुसीबते तेज प्रताप के कारण बढ़ गयी है।

    दरअसल तेज प्रताप ने औरंगाबाद की एक जनसभा में सुशील मोदी के बेटे की शादी में तोड़फोड़ एवं हंगामा करने की धमकी दे दी थी, जिससे वह मुश्किलों में पड़ गए थे। उन्होने जनसभा में कहा था कि सुशील मोदी ने अपने बेटे उत्कर्ष की शादी में आने का उन्हें निमंत्रण दिया है, लेकिन अगर वह शादी में चले जाएंगे तो गड़बड़ हो जाएगी।

    तेज प्रताप यहीं नहीं रुके, उन्होने यहां तक कह दिया कि वह विवाह समारोह में ही सभा करेंगे और जरूरत पड़ी तो मारपीट करेंगे, जिससे शादी में आए सुशील के सारे मेहमान बेइज्जत हो जाएंगे। उनके इस धमकी भरे बयान के बाद बिहार की सियासी गलियारों में मानो भूचाल आ गया था। तेज प्रताप तुरंत सबके निशाने पर आ गए थे।

    जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा कि ”लगता है कि लालू जी के साथ सबको जेेल जाने की जल्दी है। प्रवक्ता बाबा लगता हैं कान में फूंके हैं की जेल जाओगे तब वोट मिलेगा तभी है ये पागलपन।”

    अगले ही ट्वीट में अजय ने राजद पर फिर कटाक्ष करते हुए कहा कि तेजू बाबा घर में घुस कर मारेंगे मोदी जी को !! कहते हैं हम लालू हैं मुँह पे बोलेंगे अरे लालू जी समझाइए मोदी जी intimidation का केस कर देंगे।

    एक और ट्वीट में उन्होने कहा कि ”तेजू बाबा मैंगो कंट्री नहीं हैं ना ही आपके पिताजी का राज हैं जो आप कुछ भी कर लेंगे नीतीश का सुशासन हैं जहाँ दुशासन लोग अपनी हद में वरना जेल”

    राजद पर जंगल राज का इल्जाम लगाने वाले विपक्ष ने भी उनपर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ा। हालात इतने बिगड़ गए कि लालू यादव को खुद बीच में आकर हस्तक्षेप करना पड़ा। राजनीति के सबसे शातिर खिलाडी माने जाने वाले लालू ने सारे मामले को बड़े ही हलके लेकिन प्रभावी अंदाज में संभाला है।

    लालू ने मीडिया से कहा है कि सुशील को डरने की जरूरत तो बिलकुल नहीं है, क्यूंकि उनका बेटा ऐसा नहीं है जो किसी की शादी में जाकर लड़ाई झगड़ा या कोई हंगामा खड़ा करे। लालू ने यह भी कहा कि उनका परिवार लड़ाई झगडे की राजनीति नहीं करता इसलिए सुशील को निश्चिंत होकर अपने बेटे की शादी करनी चाहिए।

    बता दें कि तेज प्रताप के इस बयान के बाद से राजद के सभी नेता मीडिया से बचते आ रहे थे। खुद उनके बड़े भाई तेजस्वी यादव भी इस मुद्दे पर मीडिया से कुछ नहीं बोल रहे थे।

    हालंकि राजद के कई नेताओं ने निजी बातचीत में यह बात स्वीकारी है कि तेज प्रताप के इस बयान के बाद पार्टी कि छवि काफी खराब हुई है, लेकिन साथ में उन्होने यह भी कहा कि तेज प्रताप के बयान को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।