अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारतीय समुदाय के लोगों के बीच काफी प्रचलित हैं। राष्ट्रपति चुनावों के दौरान भी डोनाल्ड ट्रम्प नें भारतीय मूल के लोगों को लुभाने के लिए काफी प्रयास किये थे। ट्रम्प नें कहा था कि यदि वे राष्ट्रपति बनते हैं, तो हिन्दुओं के लिए हमेशा एक दोस्त की तरह रहेंगे।
इसी सन्दर्भ में अब डोनाल्ड ट्रम्प नें अमेरिका में अपने निवास स्थान वाइट हाउस में दिवाली मना कर सभी भारतियों को खुश कर दिया है।
डोनाल्ड ट्रम्प नें अपने ट्वीट के जरिये इस बात की सुचना दी, लेकिन ट्वीट में एक गलती की वजह से ट्रम्प को लोगों से काफी नाराजगी झेलनी पड़ी।
Today, we gathered for Diwali, a holiday observed by Buddhists, Sikhs, and Jains throughout the United States & around the world. Hundreds of millions of people have gathered with family & friends to light the Diya and to mark the beginning of a New Year. https://t.co/epHogpTY1A pic.twitter.com/9LUwnhngWJ
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 13, 2018
दरअसल डोनाल्ड ट्रम्प नें अपने ट्वीट में लिखा कि दिवाली को बुद्ध, सिख और जैन धर्म के लोग मनाते हैं और वे हिन्दुओं को दर्शाना भूल गए। इसके बाद ट्विटर पर लोगों नें ट्रम्प की जानकर खबर ली।
हालाँकि डोनाल्ड ट्रम्प नें जल्द ही अपनी गलती मान ली और फिर से एक ट्वीट के जरिये हिन्दुओं को बधाई दी।
It was my great honor to host a celebration of Diwali, the Hindu Festival of Lights, in the Roosevelt Room at the @WhiteHouse this afternoon. Very, very special people! https://t.co/kQk7IvpSFo pic.twitter.com/tYlBABg4JF
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 13, 2018
वाइट हाउस में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में ट्रम्प प्रशासन में शामिल भारतीय मूल के लोग, उनकी बेटी इवांका ट्रम्प और कई अन्य वरिष्ठ अमेरिकी नेतागण शामिल हुए थे।
दिवाली आयोजन के बाद ट्रम्प नें कहा कि वे लाखों ऐसे भारतियों के शुक्रगुजार हैं जो अमेरिका में रह रहे हैं और कठिन परिश्रम से कार्य कर रहे हैं।
ट्रम्प, जो दुसरे देशों से आये लोगों को अक्सर कोसते रहते हैं, अपने स्वभाव से उलट होकर भारतियों का गुणगान किया। ट्रम्प नें कहा कि हम सब लोग मिलकर एक परिवार हैं और वे अमेरिका में रह रहे भारतियों और अन्य दक्षिणी एशिया से आये लोगों से बेहद खुश हैं।
इस आयोजन में अमेरिका में भारतीय राजदूत नवतेज सरना भी शामिल थे। उनके अलावा अजित पाई, नील चटर्जी जैसे अन्य भारतीय मूल के लोग भी शामिल हुए।