देश की सबसे तेज़ चलने वाली “ट्रेन 18” बहुत जल्द अपनी सेवाएं शुरू कर देगी। हालांकि अभी तक तारिख की घोषणा तो नहीं हुई है मगर रेलवे मंत्री पियूष गोयल ने कहा है कि ट्रेन जल्द चलनी शुरू हो जाएगी। उनके मुताबिक, “ट्रेन 18 मात्र आठ घंटों में दिल्ली से वाराणसी पहुँच जाएगी और अब सबसे तेज़ चलने वाली ट्रैन पूरे 11.30 घंटे लेती है।”
गोयल जिन्होंने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इस ट्रेन का निरिक्षण किया, उन्होंने कहा-“इस ट्रेन में अंतर्राष्ट्रीय स्तर जैसी सुविधाएं हैं, वाई-फाई है, सीसीटीवी कैमरा है और ये इंजन रहित ट्रेन है। ये एक ट्रेन सेट है। ये 750 किलोमीटर मार्ग को 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से तय कर लेगी।”
मगर ट्रेन शुरू होने से पहले इसके बारे में ये पांच जानकारी होनी बेहद जरूरी है-
- जब ये ट्रेन पहली बार वाराणसी जाएगी तो ये दो स्टॉप पर रुकेगी- पहला कानपूर पर और दूसरा इलाहाबाद पर।
- रिपोर्ट्स के अनुसार, “ट्रेन 18” का पहला वाणिज्यिक सफ़र अगले हफ्ते कुम्भ मेले से कुछ ही दिनों पहले शुरू होगा। कुम्भ मेला इलाहाबाद में 14 जनवरी से शुरू हो रहा है।
- “ट्रेन 18” उन ख़ास चार ट्रेनों में से एक होगी जो 24 जनवरी वाले दिन कुम्भ मेला से प्रवासी भारतीय दिवस के प्रतिनिधियों को नयी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के समारोह के लिए लेकर आएगी।
- “ट्रेन 18”, जो दिल्ली-वाराणसी मार्ग पर सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन से भी 45% तेज़ है, उसे कुम्भ मेले से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाएँगे।
- ट्रेन का किराया अभी तक तय नहीं किया है, ऐसी उम्मीद है कि खाने का खर्चा भी उसमे जोड़ दिया जाएगा।
“ट्रेन 18” में दो कक्षाएं होंगी- एक नियमित और दूसरी कार्यकारी श्रेणी और ये पूरी तरह से वातानुकूलित होंगी।