आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू द्वारा राज्य को ‘विशेष राज्य’ का दर्जा दिलवाने के लिए दिल्ली में हो रहे एक-दिवसीय विरोध प्रदर्शन में भाजपा के रूठे सहयोगी शिवसेना को भी देखा गया।
महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के गठबंधन की अटकलों के बीच, सेना सांसद संजय राउत को विपक्षियों के साथ एक ही मंच पर देखा गया जिसमे मध्य प्रदेश के सीएम कमल नाथ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे।
राउत ने कहा-“हम एन चंद्रबाबू नायडू की उस मांग के साथ हैं जो वे अपने राज्य के लिए उठा रहे हैं। हर राज्य के पास अपनी भूमिका होती है निभाने के लिए और हर राज्य की अपनी मांगें होती हैं। हमारे वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन अगर एक राज्य का मुख्यमंत्री अपने राज्य के लिए धरना पर बैठ सकता है, तो हमें कारण का समर्थन करना चाहिए।”
नायडू ने कहा कि शिवसेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खुश नहीं है और उन्होंने सेना को समर्थन करने के लिए धन्यवाद किया। उनके मुताबिक, “उद्धव ठाकरे मेरे सबसे अच्छे मित्र हैं। यहाँ तक कि बाल ठाकरे भी मुझे बहुत चाहते थे। मैं वास्तव में शिवसेना के समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करता हूँ।”
भाजपा सांसद शत्रुघन सिन्हा और पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने भी इस विरोध में हिस्सा लिया।
नायडू जिन्होंने रात के 8.20 बजे अपनी भूख हड़ताल को जेडीएस सुप्रीमो और पूर्व पीएम एचडी देवे गौड़ा के हाथों से जूस पीकर खत्म किया, उन्होंने ये घोषणा की कि अगली सुबह वो एक ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपेंगे।