पिछले कई साल से भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी और गौतम गंभीर के बीच कुछ अटकले रही है। गंभीर ने हाल ही में मंगलवार को खेल के सभी प्रारूपो से सन्यास का एलान किया था और वह अभी अपना आखिरी मैच रणजी-ट्राफी मे आंध्र-प्रदेश के खिलाफ खेल रहे है।
The most difficult decisions are often taken with the heaviest of hearts. And with one heavy heart, I’ve decided to make an announcement that I’ve dreaded all my life. Indian Cricket Team#Unbeaten
Posted by Gautam Gambhir on Tuesday, December 4, 2018
बाएं हाथ के बल्लेबाज गंभीर ने रांची मे पैदा हुए विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी के साथ अपने रिश्तो को लेकर सफाई दी है, गंभीर 2011 विश्वकप के हीरो रह चुके हैं और उन्होने कहा कि वह 2015 विश्वकप मे टीम मे जगह ना मिलने से धोनी से नाराज थे।
बाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने एनबीटी से बात करते हुए, जब उनसे धोनी के और उनके रिश्ते के बारे में पूछा गया तो उन्होने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी के बारे मे कहा कि “उनका धोनी के साथ कोई विवाद नही है”, और उसी के साथ उन्होने अपने फेयरवेल मैच को लेकर कहा कि मुझे नही लगता कि किसी भी खिलाड़ी के लिए फेयरवेल मैच आयोजित करने की जरुरत है।
गंभीर ने नवभारत टाइम्स से बात करते हुए कहा कि “मुझे 2015 विश्वकप मे टीम मे नही चुना गया था, मैं उस बात से थोड़ा नाराज था, उन्होने कहा कि मेरे साथ खेलने वाले कई खिलाड़ियो ने अपने करियर में दो-दो तीन-तीन विश्वकप खेले हैंं, मुझे भी एक और मौका मिलना चाहिए था, लेकिन मे खुश हूं कि मैं 2011 की विश्वकप जीतने वाली टीम का हिस्सा था, और मैनें अच्छा प्रदर्शन भी दिया था।”
गौतम गंभीर इस वक्त अपने क्रिकेट करियर का आखिरी मैच रणजी ट्रॉफी मे आंध्र-प्रदेश के खिलाफ खेल रहे है। गंभीर ने अपने पूरे करियर में भारतीय टीम से 58 टेस्ट मैचो की 104 इनिंग मे 41.96 की औसत से 4154 रन बनाए, वनडे मैचो मे भारत की तरफ से गंभीर ने 147 मैच खेले है जिसमे 11 शतक, 34 अर्धशतक शामिल है और उनके नाम वनडे मे6144 रन शामिल है। वही टी-20 फार्मेट की बात करे तो उन्होने 37 मैचो मे 7 अर्धशतक लगाए है और 932 रन बनाए है। गौतम गंभीर ने 2007 टी-20 विश्वकप और 2011 वनडे विश्वकप मे भारतीय टीम से अच्छा प्रदर्शन किया था, और टीम ने दोनो ही विश्वकप जीते थे।
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