इस साल की सबसे प्रतीक्षित फिल्म “गली बॉय” अभी तक रिलीज़ तो नहीं हुई है मगर इसकी बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में स्पेशल स्क्रीनिंग हो चुकी है। ज़ोया अख्तर निर्देशित फिल्म जिसमे रणवीर सिंह और आलिया भट्ट ने मुख्य किरदार निभाया है, वे मुंबई के अंडरग्राउंड रैपर की ज़िन्दगी पर आधारित है। फिल्म के ट्रेलर और गानों को दर्शको का बेशुमार प्यार मिला है और अब इस फिल्म के पहले रिव्यु भी सामने आ गए हैं। और फिल्म समीक्षकों की उम्मीदों पर खरे उतरने में कामयाब हो गयी। फिल्म को जनता की भी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।
फिल्म कम्पैनियन की अनुपमा चोपड़ा ने कहा-
“गली बॉय को देखने का एक तरीका ये है कि ये बहुत मनोरंजक कहानी है जिसमे एक निराशाजनक पिता है, प्यार है, एक नया सामाजिक-सांस्कृतिक प्रतिवेश, और इस जॉनर के लिए बाकि जो होना चाहिए वो सब है। रणवीर सिंह ने जबरदस्त काम किया है। और हमें उनके अभिनय का एक दूसरा हिस्सा देखने को मिला। हमें उनकी झलक ज़ोया की ‘दिल धड़कने दो’ में भी देखने के लिए मिली जिसमे इतनी बड़ी स्टार-कास्ट का वो भी एक हिस्सा थे मगर यहाँ, उन्होंने शुरू से लेकर आखिरी तक हर फ्रेम को भरा और यह उनकी सीमा के लिए एक शानदार प्रदर्शन है।”
“आलिया इस फिल्म में एक फुलझड़ी की तरह नज़र आई जो आपको नहीं बताएंगी कि कब उनका दिमाग फिर जाए। दृश्य जहाँ वे संभावित मैच को हां कह देती हैं, देखने लायक है।”
हालंकि उन्होंने आगे कहा-
“इस तरह की अनुमानित कहानी के लिए ढाई घंटे का समय बहुत लंबा है, और स्काई (कल्कि कोचलिन) वाला पूरा भाग ऐसा लगता है जैसे इसे काटा जा सकता था।”
जहाँ फिल्म की लम्बाई की बात आती है तो राजीव मसंद के ख्याल भी कुछ ऐसे हैं।
“इसमें कई परतें हैं, यह उम्र के बारे में है, इंसान के भावों को समझने के बारे में है जो इस मामले में कविता और रैप के माध्यम से दिखाया गया है। यह एक सुंदर प्रेम कहानी है और किसी स्तर पर, यह मुंबई को एक प्रेम पत्र है। जो इस कहानी को असल शक्ति देता है, वो दो चीज़ें हैं-रणवीर सिंह का असाधारण प्रदर्शन और संगीत और गीत जिसमें कहानी और प्रदर्शन जितना ही अहसास है।”
हॉलीवुड रिपोर्टर, पहले पश्चिमी मीडिया समीक्षकों में से एक ने “गली बॉय” की समीक्षा की और कहा-
“ज़ोया अख्तर (ज़िन्दगी ना मिलेगी दोबारा) ने जोश और जुनून के साथ निर्देशन किया है और इसे शानदार प्रदर्शनों से सहायता मिली है जिन्होंने स्टार-इस-बॉर्न जैसे सुपरिचय कहानी के ऊपर जीत दर्ज़ की है। उनकी मुख्य संपत्ति रणवीर सिंह है, जिन्होंने बॉलीवुड में रॉम-कॉम ‘बैंड बाजा बारात’ से कदम रखा था और यहां एक पूरी तरह से भावनात्मक श्रृंखला दिखाते है जो नाटक और हिप हॉप तक फैली हुई है।”
“संगीत जय ओझा के कैमरे के आत्मविश्वास जैसा हाई क्वालिटी का है। हालांकि अधिकांश रैपर युवा पुरुष हैं, यह ध्यान देने योग्य है कि महिला पात्र मजबूत रूप से उभर कर आये हैं हैं, मुराद की उग्र अपमानजनक माँ से लेकर वाइल्डकैट मेड स्टूडेंट सेफिना और फ्री स्पिरिट स्काई तक, जिनमें से कोई भी यौन इनकार में नहीं है, लेकिन कोई भी कैमरा के लिए सेक्स ऑब्जेक्ट भी नहीं है।”
अब जानिए बर्लिन के दर्शकों की प्रतिक्रिया-
Murad is not an easy character to play….Somehow, Ranveer is able to express all of that (Murad’s contradictions)..Nobody else could play Murad – Dootika Vats #GullyBoyReview #GullyBoy #Berlinale
— Ranveer’s Cafe ☕️ (@ranveercafe69) February 10, 2019
#Gullyboy . @RanveerOfficial ‘s best performance till date. mind blowing music, some goosebumps rap battles. Alia and MC shekh were terrific. the editing could have been better. Overall a brilliant film. 4/5 stars. half extra star for ranveer. he just killed it.
— vicky- elfenomeno (@aamir_greatest) February 9, 2019
#GullyBoy is an excellent, excellent film! There is no better director than #ZoyaAkhtar at the moment. An absolute must watch. @RanveerOfficial @aliaa08 #Berlinale2019
— Aryaman Bhatnagar (@aryaman89) February 9, 2019
Spent more than 2 hours in a queue to get a ticket, walked for miles, almost got trampled and died amongst crazy fans at the red carpet, almost broke my only surviving pair of glasses, and waited for hours without eating. #GullyBoy was totally worth the hassle! 1/2
— Tanwhy (@Jainuineinsaan) February 10, 2019
वैसे फिल्म की इतनी सराहना सुनने के बाद तो अब फिल्म के रिलीज़ होने के इंतज़ार ही नहीं हो रहा है। क्या हमारी तरह आप भी उत्साहित हैं?