Fri. Apr 26th, 2024
    कश्मीर मामला

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फ्रांस में जी-7 सम्मेलन में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के साथ जम्मू कश्मीर और मानव अधिकार पर चर्चा करने की योजना बना रहे हैं। शनिवार को आगामी सम्मेलन में वह ट्रम्प के एजेंडा के बारे में पत्रकारों को बताया था।

    अधिकारी ने शनिवार को कहा कि “भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मसले पर बातचीत होने की सम्भावना है। राष्ट्रपति सुनने को बेताब है कि तनाव को कम करने के लिए प्रधानमन्त्री मोदी की क्या योजना है और जम्मू कश्मीर पर मानव अधिकारों को कैसे सम्मान देना है।”

    पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से बातचीत की थी और एक बार फिर कश्मीर पर मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया था जबकि इससे पूर्व उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मसले को द्विपक्षीय तरीके से हल करना चाहिए।

    पाकिस्तान भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय एकजुटता बनाने की कोशिश कर रहा है जबकि भारत ने सख्ती से कहा था कि जम्मू कश्मीर देश का आंतरिक मामला है और इसमें बाहरी दखलंदाज़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

    बीते हफ्ते डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान से फ़ोन पर बातचीत की थी और यह स्पष्ट कर दिया था कि यह दोनों देशो के बीच का आंतरिक मामला है और मंगलवार को खान ने ट्रम्प को कश्मीर के हालातो के बारे में बताया था। साथ ही डोनाल्ड ट्रम्प से कश्मीर विवाद का हल निकालने की गुजारिश की थी।

    डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि जी-7 की बैठक के इतर मैं नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की तरफ देख रहा हूँ जो इस सप्ताहांत में फ्रांस में आयोजित की जाएगी। नई दिल्ली ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जा हटा दिया था और इसके बाद पाकिस्तान ने इस मामलो को अंतरराष्ट्रीय अमलीजामा पहनाने की भरसक कोशिश की है।

    डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा था कि “मैंने दो अच्छे दोस्तों से भारतीय प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमन्त्री इमरान खान से बातचीत की थी। इस दौरान व्यापार रणनीतिक साझेदारी एयर सबसे महत्वपूर्ण भारत और पाकिस्तान द्वारा कश्मीर में तनाव को कम करने को लेकर चर्चा की थी। हालात मुश्किल है लेकिन अच्छी बातचीत थी।”

     

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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