पाकिस्तान में सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण के लिए बुधवार को आयोजन किया जायेगा। इस समारोह में भारत के पंजाब प्रांत के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल होंगे।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैंने नवजोत सिंह से पाकिस्तान में आयोजित करतारपुर गलियारे के स्थापना समारोह में शरीक होने के निर्णय पर दोबारा विचार करने को कहा था लेकिन उन्होंने अनुमति के लिए आग्रह किया था।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसी व्यक्ति को किसी निजी यात्रा के लिए मैं नहीं रोक सकता हूँ। एक पत्रकार से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैंने सिद्धू से दोबारा सोचने को कहा तब वह मध्यप्रदेश में थे। सिद्धू ने मुख्यमंत्री से कहा था कि उन्होंने खुद से पाकिस्तान जाने का वादा कर दिया है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू ने पाकिस्तान यात्रा को अपनी निजी बताई थी। उन्होंने कहा कि एक मंत्री ने जाने की अनुमति पत्र भेजा और मैंने उसे मंज़ूर कर दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं किसी को निजी यात्रा पर जाने से नही रोक सकता है, यह उनकी आधिकारिक यात्रा नहीं है। पाकिस्तान के आमंत्रण को अस्वीकार करने के निर्णय पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैंने जो महसूस किया, वही कहा। मुझमे सेना के लिए दृढ भावनाएं हैं और मेरे लोगों को मारने वालों के साथ मुझे खड़ा नहीं देख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदैव आतंकवाद के खिलाफ खड़ी रहती है, वे कभी उनके देशवासियों और देश की शांति भंग करने की इजाजत नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की हालात बेहद खराब है, कोई नही जानता वहां सरकार कौन चला रहा है और उस देश में क्या हो रहा है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि अगर इमरान खान सरकार चला रहे हैं तो उन्हें ओनी सेना और आतंकी समूहों पर लगाम लगानी चाहिए। यदि वह ऐसा नहीं कर सकते तो इसका मतलब वह एक कटपुतली समान है।उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने गुरु ग्रन्थ साहिब की 400 वीं सालगिरह पर करतारपुर गलियारे का मुद्दा उठाया था।
जनमतसंग्रह 2020 पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिख फॉर जस्टिस के कानूनी सलाहकार जीएस पन्नू आईएसआई की कत्पुती है और उनके संगठन को पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी फंड देती है।