Mon. Dec 23rd, 2024
    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान

    पाकिस्तान में करतारपुर गलियारे के निर्माण समारोह की नींव रखी जा चुकी है। इस गलियारे का निर्माण अंतर्राष्ट्रीय गलियारे से गुरुद्वारा दरबार साहिब तक होगा। सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक ने करतारपुर साहिब गुरूद्वारे में अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष व्यतीत किये थे। डेरा बाबा नानक साहिब से इस यात्रा को वीजा मुक्त शुरू किया जायेगा। करतारपुर गलियारे का निर्माण कार्य छह में समाप्त हो जायेगा।

    बीते सप्ताह पाकिस्तान ने भारत के बाद करतारपुर गलियारे के निर्माण का निर्णय लिया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि पाकिस्तान ने भारत को नानक साहिब के 550 वीं सालगिरह पर करतारपुर बॉर्डर खोलने के अपने निर्णय के बाबत पहले ही इतल्लाह कर दिया था। इस पवित्र अवसर पर पाकिस्तान सिख समुदाय का अपनी सरजमीं पर स्वागत करता है।

    भारत के पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू इस गलियारे के निर्माण कार्य की शुरुआत का साक्षी बनने के लिए पाकिस्तान के दौरे पर गए हैं। भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री ने 26 नवम्बर गुरुदासपुर जिले में करतारपुर गलियारे की नींव रखी थी।

    करतारपुर गलियारे के समारोह में इमरान खान का भाषण

    पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खाने ने करतारपुर गलियारे की नींव रखने के बाद कहा कि ‘आज की ख़ुशी उन मुस्लिमों के मुख जैसी है, जो चार किलोमीटर दूरी के बावजूद मदीना नहीं जा सकते हैं, क्योंकि वह सीमा पार है लेकिन जब उन्हें यह मौका मिलेगा यक़ीनन उनकी ख़ुशी आज की तरह ही उनके मुख को रोशन करेगी’।

    दो सक्षम नेतृत्वों को कश्मीर मसले को सुलझाने की जरुरत है: इमरान खान

    इमरान खान ने कहा कि दोनों मुल्कों के मध्य कश्मीर ही एक मसला है, दो नेतृत्व को मिलकर इस मसले को सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जरा सोचिये, भारत और पाकिस्तान के मध्य मज़बूत संबंधों से हमारी क्षमता में कितना इजाफा होगा।

    पाकिस्तान में शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धू के शरीक होने के बाद क्यों उनकी आलोचना की गयी  थी: इमरान खान

    नवजोत सिंह सिद्धू के बाबत बोलते हुए इमरान खान ने कहा कि ‘मैने सुना था कि मेरे शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने के बाद सिद्धू की काफी आलोचन हुई थी, मुझे नहीं मालूम क्यों उनकी आलोचना की गयी थी। उन्होंने कहा कि सिद्धू भाईचारे और शांति की बात करते हैं, अगर वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भी चुनाव लड़ेंगे, तो वो जीत जायेंगे।

    जब फ्रांस और जर्मनी युद्ध के बावजूद शांति से रह सकते हैं, तो भारत और पाकिस्तान क्यों नहीं: इमरान खान

    पीएम खान ने गुरु नानक देव की 550 वीं सालगिरह तक सिख समुदाय को बेहतर करतारपुर गलियारे के निर्माण  का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जब जर्मनी और फ्रांस इतनी जंगों के बावजूद शांति से जी सकते हैं, तो भारत और पाकिस्तान क्यों नहीं। मैं भारत के साथ एक मज़बूत रिश्ता चाहता हूँ,पाकिस्तान के नागरिक और सेना का यही विचार है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *