अमेरिका की सेना के कमांडर ने दक्षिण कोरिया में कहा कि “उत्तर कोरिया की परमाणु गतिविधि निरस्त्रीकरण के परस्पर विरोधी है। अमेरिका ने प्रतिबंधों को हटाने के बदले परमाणु निरस्त्रीकरण की मांग रखी है।
रायटर्स के मुताबिक जनरल रोबर्ट अब्राम्स ने कहा कि “असैन्य क्षेत्र में तनाव में कमी और सार्वजिनक क्षेत्र में रणनीतिक उकसावे की समाप्ति के बावजूद उतर कोरिया की सैन्य क्षमताओं में कोई निरीक्षित बदलाव नहीं दिख रहा है।”
उन्होंने कहा कि “यह क्षमताएं अमेरिका, दक्षिण कोरिया और हमारे क्षेत्रीय साझेदारों पर खतरे की तरह अब भी मंडरा रही है। मुझे यकीं है कि इसके लिए एक आसन को कायम रखना और किसी भी आक्रमक कार्रवाई का संभावित जवाब देने के लिए तैयार रहना जरुरी है।”
हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया मिसाइल और रॉकेट परीक्षण की तैयारी में जुटा हुआ है। इस बाबत जनरल ने कहा कि “इस पर वह सार्वजानिक तौर पपर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। उनकी गतिविधि परमाणु निरस्त्रीकरण के साथ असंगत है।”
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले शिखर सम्मलेन के लिए सिंगापुर में मुलाकात की थी और इस दौरान उत्तर कोरिया ने पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रतिबद्धता दिखाई थी। हालाँकि इसके बाद वार्ता ठप पड़ गया थी और दबाव के कारण डोनाल्ड ट्रम्प को दूसरी बैठक आयोजन करना पड़ा था।
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच दूसरा शिखर सम्मेलन बीते फरवरी में विएतनाम में आयोजित हुआ था जो बिना किसी समझौते के खत्म कर दिया गया था। सम्मलेन के बाद रायटर्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उत्तर कोरिया का परमाणु हथियारों के साथ भविष्य अन्धकार में हैं।”
अमेरिका के प्रशासन ने सोमवार को कहा कि “उत्तर कोरिया पर शुरुआत के प्रतिबन्ध लागू रहेंगे। परमाणु कार्यक्रमों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति अधिक प्रतिबन्धों का बोझ उत्तार कोरिया के कांधो पर डालने के इच्छुक नहीं थे।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने बिना किसी संयुक्त बयान के शिखर सम्मलेन के बाद कहा कि “यह प्रतिबंधों के लिए हुआ, वो चाहते थे सभी प्रतिबंधों को पूर्ण रूप से हटाया जाए लेकिन हम ऐसा नहीं कर सकते थे।”
उत्तर कोरिया ने मिसाइल बनाने पर लगाई रोक
यह सही है कि उत्तर कोरिया पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण करने से झिझक रहा है, लेकिन उसनें पिछले करीबन 1 साल में किसी भी नयी मिसाइल का टेस्ट नहीं किया है।
कई अमेरिकी और दक्षिण कोरिया के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिका उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को पूरी तरह से हटा देता है और फिर उत्तर कोरिया से परमाणु निरस्त्रीकरण करने को कहता है, तो किम जोंग उन मान सकते हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच वियतनाम में मुलाकात हुई थी। यह मुलाकात उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर हुई थी, लेकिन अंतिम दिन दोनों नेताओं नें घोषणा की कि यह मुलाकात सफल नहीं हुई है।
दरअसल ऐसा कहा जा रहा है कि किम जोंग उन नें डोनाल्ड ट्रम्प को उत्तर कोरिया पर लगे सभी प्रतिबन्ध को हटाने के लिए कहा था, जिसके लिए ट्रम्प राजी नहीं हुए थे।