रॉबर्ट वाड्रा के करीबी कांग्रेस नेता जगदीश शर्मा ने शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूछताछ के एक सनसनीखेज बयान दिया और कहा कि जांच एजेंसी अवैध संपत्ति मामले में वाड्रा का नाम देने के लिए दबाव डाल रही थी। उन्होंने कहा “प्रवर्तन निदेशालय मुझपर दवाब डाल रही थी कि मैं रॉबर्ट वाड्रा का नाम लूँ।”
गौरतलब है कि शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जगदीश शर्मा के घर पर छापेमारी की और अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई थी। शर्मा, वाड्रा के चार सहयोगियों में से थे, जिन्हें रक्षा सौदों में उनके द्वारा विदेशों में अवैध धन प्राप्त करने के संबंध में ईडी द्वारा हिरासत में लिया गया था। शुक्रवार को ईडी ने दिल्ली और बैंगलोर में छापेमारी की थी।
शर्मा ने कहा “मुझे लगता है चूँकि सरकार भूमि घोटालों में रॉबर्ट वाड्रा की संलिप्तता को साबित नहीं कर सकी, इसलिए वे ऐसी चीजों का सहारा ले रहे हैं। मुझे विभिन्न लोगों का नाम देने के लिए दबाव डाला गया था। मैं पिछले 25 सालों से रॉबर्ट वादर असाहब को जनता हूँ और उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है।
इससे पहले शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था कि वो रॉबर्ट वाड्रा को फंसाने के लिए साजिश कर रहे हैं।
पिछले महीने जमीन के सौदे में एक नई जांच से पता चला कि बीकानेर में भूमि खरीदने के लिए एक कंपनी ने वाड्रा को उच्च लागत पर ऋण दिया था और नतीजतन, कंपनी को आयकर विभाग से बड़ी आयकर राहत मिली। इसके बाद, प्रवर्तन निदेशालय ने मामले पर आय्कात्र विभाग की कार्यवाही का ब्योरा मांगा।
रॉबर्ट वाड्रा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के बहनोई और यूपीए संयोजक सोनिया गाँधी के दामाद हैं। वाड्रा ने अपने करीबियों पर छापेमारी के लिए केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि राजस्थान चुनाव में अपनी हार से नज़र हटाने के लिए भाजपा ये सब कर रही है।