प्रधानमंत्री मोदी की अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक ‘आयुष्मान भारत– प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ के तहत कुल लाभार्थियों की संख्या 1 लाख से ऊपर पहुँच गयी है। अभी इस योजना को जमीन पर उतरे हुए महज एक महिना ही हुआ है। माना जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे विशाल स्वास्थ परियोजना है।
इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने इसी वर्ष 23 सितंबर को राँची में की थी। वहीं मध्यप्रदेश के रीवा में ‘वैद्य हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर’ में भरती एक शख्स इस योजना के तहत 1 लाखवाँ लाभार्थी बना है।
इसके तहत केंद्रीय स्वास्थमंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने बकायदा ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है-
The #PMJAY scheme has already changed lives.
As of today, a month after the launch more than 100,000 beneficiaries across regions, states and territories have been treated in more than 14000 empanelled hospitals.https://t.co/uZ2cEaADR3 pic.twitter.com/FbYxuyjmB8— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 22, 2018
इसकी जानकारी आयुष्मान भारत के सीईओ इन्दु भूषण ने भी दी है। जिसके तहत उन्होने भी ट्वीट कर बताया है कि महज 1 महीने में ही 1 लाख लोग इस योजना का लाभ उठा चुके हैं-
In just one month 1 lakh patients have been provided medical benefits under #AyushmanBharat #PMJAY across our network of 14,000 empaneled/in-process of being empaneled hospitals! @PMOIndia @JPNadda @amitabhk87 @drdineshias @MoHFW_INDIA #PMJAYmakingAdifference https://t.co/NiAPdMeYmZ
— Dr. Indu Bhushan (@ibhushan) October 21, 2018
क्या है आयुष्मान भारत योजना?
आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ परियोजनाओं में से एक है। इसके तहत सरकार का उद्देश्य है कि वो लोगों तक कैशलेस व पेपरलेस स्वास्थ सुविधाएं पहुंचा पाये। प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना की घोषणा 72वें स्वतन्त्रता दिवस के मौके पर की थी। इस योजना को इसी वर्ष 23 सितंबर से पूरे देश में लागू किया गया था।
इस योजना के तहत लाभार्थी को इलाज के लिए सरकार द्वारा मदद मुहैया कराई जाती है। जिसके चलते इलाज के तहत परिवार पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ में कमी आती है।
अपनी इस योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य के चलते सरकार देश के हर नागरिक तक यह सुविधा पहुँचाना चाहती है। इस स्कीम के तहत लाभार्थी के पूरे परिवार को अधिकतम पाँच लाख तक का कवर मिलता है। इस योजना के तहत करीब 10.74 करोड़ परिवारों ने अपना पंजीकरण करवा रखा है, जिनमे शामिल 50 करोड़ से भी ज्यादा सदस्यों को इस योजना का लाभ मिलेगा।