अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जहां लोग बढ़ चढ़ कर महिलाओं के लिए विशेष कार्य कर रहे हैं उसी बीच आईडिया ने भी महिलाओं के लिए एक नयी सेवा जारी की है।
फीचर की जानकारी :
यह मोबाइल-आधारित फीचर स्मार्टफोन और फीचर फोन दोनों पर उपलब्ध होगा, और यह इमरजेंसी अलर्ट, इमरजेंसी बैलेंस, और निजी डेटा रिचार्ज जैसी सुविधाओं की पेशकश करेगा। यह सेवा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के सप्ताह में शुरू की जा रही है और पहले से ही आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, असम और उत्तर पूर्व, तमिलनाडु, चेन्नई, केरल, गुजरात, J & K, महाराष्ट्र और गोवा, MP और छत्तीसगढ़ और दिल्ली में आइडिया के ग्राहकों के लिए शुरू हो चूका है। आइडिया ने यह भी घोषणा की है कि वह इस महीने के भीतर अपने सभी 22 सर्किलों में सेवा का विस्तार करेगी।
इस तरह आप भी कर सकते हैं इस फीचर का प्रयोग :
इस फीचर को प्रयोग करने के लिए सबसे पहले आपको इसके लिए पंजीकरण कराना होगा जोकि निम्न तरह से हो सकता है :
सबसे पहले, आपको टोल-फ्री नंबर 1800-123-100 पर कॉल करना होगा, जहां आप कई भाषाओं में बातचीत कर पाएंगे। उसके बाद, आपको मित्रों और परिवार के आपातकालीन संपर्कों को पंजीकृत करने की आवश्यकता होगी। सदस्य इस सूची में अधिकतम दस संपर्कों को पंजीकृत कर सकेंगे।
सखी सेवा में पंजीकरण के बाद, ग्राहक को 10 अंकों का प्रॉक्सी नंबर मिलेगा, जिसके साथ वह अपना वास्तविक मोबाइल नंबर बताए बिना किसी भी रिटेल स्टोर पर अपना कनेक्शन रिचार्ज कर सकता है। साथ ही, सब्सक्राइबर को 10 मिनट का मुफ्त लोकल / एसटीडी कॉल, 10 एसएमएस और 100 एमबी डेटा मिलेगा जब उसका बैलेंस 1 रूपए से कम भी होगा।
यदि सखी उपयोगकर्ता कोई इमरजेंसी या सेफ अलर्ट भेजना चाहता है, तो उसे 55100 पर एक इमरजेंसी अलर्ट भेजने के लिए एक मिस्ड कॉल देने की आवश्यकता होगी, जिसके बाद, सखी उपयोगकर्ता के स्थान और समय के विवरण के साथ एक कॉल, फ्लैश और एसएमएस को आपातकालीन संपर्कों को भेजा जाएगा, जिसके द्वारा उन्हें सचेत कर दिया जाएगा।
सभी प्लेटफार्म पर है यह फीचर उपलब्ध :
आइडिया सखी सेवा की ख़ास बात यह है कि यह सभी प्लेटफार्मों पर काम करती है और यह केवल एंड्रॉइड या आईओएस तक सीमित नहीं है और यह तब भी काम करेगा जब सब्सक्राइबर के पास अपने नंबर पर कोई डेटा या वॉइस बैलेंस न हो। यह सुनिश्चित करेगा कि महिलाएं कभी भी और कहीं भी सेवा का उपयोग कर सकेंगी। इससे महिलाओं कीई सुरक्षा बेहतर होगी और वे जरूरत के समय लोगों तक पहुँच सकेंगी।