कांग्रेस पार्टी ने आंध्र प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आंध्र में पार्टी मामलों के प्रभारी और केंद्रीय नेता ओमन चांडी ने कहा कि कांग्रेस ने सभी 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
इस फैसले का मतलब है कि कांग्रेस और तेलेगु देशम पार्टी (टीडीपी) को कोई गठबंधन नहीं होगा। दोनों पार्टियों ने हाल ही में मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था मगर उन्हें बड़ी शिकस्त हाथ लगी थी।
टीडीपी जो आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी है, वे भी इस बात को लेकर अस्पष्ट थी कि क्या वे राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ेगी।
जब चांडी से पूछा गया कि क्या उन्होंने ये फैसला चंद्रबाबू नायडू को बताया है तो उनका जवाब था-“मैं AICC से जुड़ा हुआ हूँ नाकी टीडीपी या उनके नेता चंद्रबाबू नायडू से। हम आलाकमान को खबर कर देंगे और अनुमति ले लेंगे।”
केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी ने AICC के दिशा-निर्देश के तहत सभी समिति बना ली हैं। उनके मुताबिक, “हमें सात समिति का चयन करना है। हम इस हफ्ते ही AICC को सदस्यों के नाम दे देंगे।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों के सभी पार्टी संयोजकों की एक बैठक 31 जनवरी को होगी और चुनाव से संबंधित सभी चीजों पर चर्चा होगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों को खोजेगी, चांडी ने दावा किया कि कई लोग चुनाव लड़ने के लिए तैयार थे।
2014 में कांग्रेस को दोनों विधानसभा और लोक सभा में बड़ी हार मिली थी मगर उनका मानना है कि अब स्थिति बदल गयी है और आंध्र प्रदेश के लोगों को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के राज्य को विशेष दर्ज़ा देने के वादे पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने ये भी कहा कि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष रघुवीरा रेड्डी के नेतृत्व में सभी पार्टी नेता फरवरी में 13 जिलो में बस यात्रा निकालेंगे।