लोकसभा चुनाव से कुछ महीनो पहले ही अजय माकन ने दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है। इससे पहले कि इस्तीफे के बारे में कोई अटकलें लगती उन्होंने कुढ़ ही इसके लिए पाने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने माकन के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है।
इस्तीफ़ा देने के बाद माकन ने ट्विटर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं, मीडिया, और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी का धन्यवाद किया।
2015 विधान सभा के उपरान्त-
बतौर @INCDelhi अध्यक्ष-पिछले 4 वर्षों से,दिल्ली कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा,कांग्रेस कवर करने वाली मीडिया द्वारा,एवं हमारे नेता @RahulGandhi जी द्वारा,मुझे अपार स्नेह तथा सहयोग मिला है।इन कठिन परिस्थितियों में यह आसान नहीं था! इसके लिए ह्रदय से आभार!
— Ajay Maken (@ajaymaken) January 4, 2019
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की बुरी पराजय के बाद अरविंदर सिंह लवली से लेकर दिल्ली कांग्रेस की कमान माकन को सौंपी गई थी।
आगामी लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ संभावित गठबंधन की बात को माकन हमेशा नकारते रहे। माकन नहीं चाहते थे कि पार्टी लोकसभा चुनाव में आप के साथ गठबंधन करे। अचानक उनके इस्तीफे के बाद एक बार फिर से कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की सुगबुगाहट दिल्ली के सियासी गलियारों में तैरने लगी है।
एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के नेता एच एस फुल्का ने भी अपनी पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया था। फुल्का भी कांग्रेस और आप के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों से बहुत नाराज थे और गठबंधन की सूरत में सार्वजनिक तौर पर पार्टी छोड़ने की धमकी दी थी।
एक के बाद एक दोनों पार्टियों से इस्तीफे की खबर से दिल्ली में नयी सियासी खिचड़ी पकडे ना अंदेशा जताया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार ऐसे में जब चुनाव सर पर हैं नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के लिए शीला दीक्षित के नाम पर सहमती बन सकती है। शीला वैसे भी पहले ही कह चुकी है कि अगर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का फैसला करता है तो वो फैसले का सम्मान करेंगी।