चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 1 रन से रोमांचक मैच में जीत दर्ज करने के बाद मुंबई इंडियंस की टीम ने अपने चौथे आईपीएल खिताब पर कब्जा किया है और बल्लेबाजी के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने जसप्रीत बुमराह की जमकर प्रशंसा की और उन्होने इस मंच पर उन्हें विश्व का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बताया।
हैदराबाद में रविवार रात को गत चैंपियन सीएसके के खिलाफ मुंबई इंडियंस की रोमांचक जीत के पीछे बुमराह की नैदानिक गेंदबाजी प्रमुख तत्व थी। एक मध्य स्कोर 149 रन का बचाव करने उतरी मुंबई की टीम से 25 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने स्पेल में शानदार गेंदबाजी की और उन्होने अपने 4 ओवर में महज 14 रन देकर 2 विकेट चटकाए।
शिखर वार्ता के बाद एक स्पष्ट साक्षात्कार में मुंबई इंडियंस के क्रिकेटर युवराज सिंह के साथ बातचीत करते हुए, तेंदुलकर ने कहा कि रविवार रात बुमराह शानदार थे। उन्होंने फिर कहा, “मुझे रिकॉर्ड पर जाने दो और कहा कि वह (जसप्रीत बुमराह) इस स्तर पर दुनिया का सबसे अच्छे गेंदबाज है और उम्मीद है कि सबसे अच्छा आना अभी भी बाकि है।”
जब सचिन से युवराज ने जीत के बाद पूछा कि आप कैसा महसूस कर रहे हो, तो बल्लेबाजी के दिग्गज ने कहा, ” टॉप ऑफ द वर्ल्ड।”
सचिन ने उल्लेख किया कि हमारी टीम 15 रन शार्ट थी। परिस्थितियो के बारे में बात उन्होने कहा गेंद बहुत स्टिकी आ रही थी, खासकर की तब जब स्पिनर गेंदबाजी कर रहे थे।
सचिन ने कहा, ” हम 15 गेंद शार्ट थे लेकिन ट्रेक स्पिरनरो के लिए फायदेमंद था और यह थोड़ा स्टिकी था।”
उन्होने राहुल चाहर की भी प्रशंसा की और कहा कि टविकर ने शानदार गेंदबाजी की। चाहर ने मुंबई की जीत में अहम भूमिका निभाई थी और उन्होने अपने 4 ओवर में मात्र 14 रन दिए और रैना का एक महत्वपूर्ण विकेट लिया।
मुंबई की टीम से किरोन पोलार्ड ने 25 गेंदो में 41 रन बनाए, जिसकी बदौलत मुंबई की टीम ने 149 रन बनाए। जवाब में बल्लेबाजी करने आई, चेन्नई को एक शानदार मिली और शेन वाट्सन और फाफ डू प्लेसिस ने पहले विकेट के लिए 33 रन जोड़े थे।
25 साल के बुमराह ने मैच के बाद कहा, “यह फाइनल था और हम जानते थे कि मुकाबला कांटे का होगा। हमें मुम्बई के लिए खिताब जीतना था क्योंकि यह खास पल होता। इसीलिए हमने संयम बनाए रखा। मैं भी बड़ा संयमित था। मैं टीम की सफलता में योगदान देना चाहता था और इसीलिए खुद को विचारशून्य नहीं होने दिया।”
बुमराह ने कहा कि वह गेंद दर गेंद रणनीति पर चल रहे थे और ऐसा करने से दबाव कम होता है। बकौल बुमराह, “मैं गेंद दर गेंद की रणनीति पर चलता हूं और अगर आप ऐसा करते हैं तो दबाव कम रहता है।”
बुमराह ने आईपीएल के 12वें सीजन में 16 मैचों में कुल 16 विकेट लिए लेकिन उनका इकोनॉमी रेट 6.63 रहा, जो शानदार माना जा सकता है।
युवराज से बातचीत से पहले सचिन ने मुम्बई इंडियंस टीम के कोच माहेला जयवर्धने के साथ पूर्व क्रिकेटर एवं कमेंटेटर संजय मांजरेकर से बात की। इस दौरान सचिन ने बुमराह की क्रिकेट की समझ की तारीफ की और कहा कि दो मौकों पर उनके साथी गेंदबाजों ने जब काफी रन लुटा दिए तो बुमराह ने अपनी सटीक गेंदबाजी से फिर टीम को पटरी पर लाने का काम किया था।
मांजरेकर ने जब सचिन से बुमराह की गेंदबाजी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “वह काफी परिपक्व गेंदबाज हो गए हैं। इस मैच में उनकी परिपक्वता चरम पर थी। हमें याद करना होगा कि लसिथ मलिंगा और क्रूणाल पांड्या के ओवर में काफी रन चले जाने के कारण मैच मुम्बई के हाथों से फिसल गया था लेकिन अपने दो ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी कर बुमराह मुम्बई को फिर से मैच में वापस लाए थे।”