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    पंच कार्ड punch card in hindi

    विषय-सूचि

    पंच कार्ड की परिभाषा (punch card definition in hindi)

    परिभाषा – पंच कार्ड एक तरह से कठोर पन्नों से बना हुआ कार्ड होता है जिसमे हम डिजिटल डाटा को रखते हैं। इनमे जगह जगह कुछ छेद भी होते हैं जिनकी मदद से यह कार्ड डाटा को रखता है।

    कई कंपनीयों में यह कार्ड गेट आदि को खोलने के काम में भी लिया जाता है इसको मशीन में डाला जाता है उसके बाद ही वह गेट खुलता है। पंच कार्ड 20 वी शताब्दी से ही उद्योगों में काफी इस्तेमाल में हैं। इनको मशीन के रेकॉर्ड, डाटा प्रोसेसिंग, इनपुट, आउटपुट आदि के डाटा को संग्रहीत रूप से रखने में काम लिया जाता है।

    पहले के डिजिटल कम्प्युटर पंच कार्ड को इस्तेमाल करते थे पंच मशीन में भी डाटा को कम्प्युटर प्रोग्राम आदि में चलाने के लिए इनको ही इस्तेमाल किया जाता है। कुछ वोटिंग मशीनो में आज भी पंच कार्ड इस्तेमाल होता है। पंच कार्ड को हम होललेरिथ कार्ड और आईबीएम कार्ड भी बोलते हैं। यह कम्प्युटर में लग जाते हैं इसलिए ज़्यादातर कंपनी इसको डाटा स्टोर करने के काम में लेती थी।

    पंच कार्ड कैसे काम करता है (working of punch card in computer in hindi)

    पंच कार्ड मशीन के द्वारा डाटा को छेदों के माध्यम से पंच कार्ड में डाला जाता है और इसमे काफी कैरक्टर भी होते हैं जो डाटा रखने में काम आते हैं। जैसे ही कार्ड पूरा हो जाता है और रिटर्न के बटन को हम दबा देते हैं वैसे ही कार्ड में पूरा डाटा और जानकारी स्टोर हो जाती है। उसमे वही डाटा स्टोर होता है जो की पंच कार्ड वाले प्रोग्राम की मदद से लिखा जाता है।

    पंच कार्ड को पढ़ने या उसके प्रोग्राम को पढ़ने के लिए हमे पहले पंच कार्ड रीडर में उस कार्ड को लगाना पड़ता है उसकी मदद से ही डाटा को कम्प्युटर में पढ़ा जाता है। जैसे ही हम कार्ड को रीडर में लगाते हैं वह रीडर कार्ड को ऊपर से नीचे तक पढ़ देता है। जैसे ही वह एक तरफ को पढ़ देता है उसके बाद ही वह दूसरी तरफ को पढ्ना चालू कर देता है।

    पंच कार्ड का अतीत (punch card history in hindi)

    पंच कार्ड 1725 से इस्तेमाल हो रहे हैं। उदाहरण के तौर पर जोसेफ मैरी जैककुयर्ड ने खुद बनाई हुई सिल्क के लिए पंच कार्ड का इस्तेमाल किया था। इसके बाद इस तरह के कार्ड को सेमेन कोर्सकोव ने 1832 में डाटा को स्टोर और सर्च करने के लिए इसका इस्तेमाल किया था।

    इसके बाद 1890 में हेरमान होललेरिथ ने एक नया तरीका निकाला मशीन के द्वारा पंच कार्ड में डाटा को स्टोर करने का और रिकॉर्ड करने का यह इतना सक्षम था की इसे अमेरिका की जनगणना में इस्तेमाल किया गया डाटा को रखने के लिए। उसके बाद इनहोने एक कंपनी का निर्माण किया जिसे की हम आईबीएम के नाम से जानते हैं।

    लोग किस तरह पंच कार्ड को पढ़ पाते हैं (how do people read punch cards in hindi)

    इस तरह के कार्ड में ऊपर की तरफ जानकारी को लिखा जाता है की उसमे किस तरह का डाटा या फिर किस तरह की जानकारी डाली हुई है। इसलिए इस तरह के कार्ड की जानकारी को समझने के लिए हमे इसके ऊपर लिखी हुई जानकारी को समझना चाहिए। यदि हमें किसी भी तरह की त्रुटि इस तरह के कार्ड में दिखती है तो हम इसे दुबारा छाप सकते हैं।

    यदि कार्ड में ऊपर की तरफ कोई भी जानकारी नहीं लिखी हुई है तो लोग उसके ऊपर लिखे हुए नंबर को पढ़कर इसकी जानकारी समझ सकते हैं। यदि आपको नए तरह के कम्प्युटरो की जानकारी है तो आप बाइनरि डिजिट को इसमे पढ़के इसकी जानकारी को डीकोड कर सकते हैं।

    पंच कार्ड क्यों इस्तेमाल किए जाते हैं (why are punch card used in hindi)

    पहले के कम्प्युटर आज की तरह फ़ाइलों को स्टोर करने मे सक्षम नहीं थे। यदि आपको कोई डाटा फाइल या प्रोग्राम बनाना होता है तो केवल एक ही तरीका होता था जिससे की उस डाटा को अलग कम्प्युटर में पढ़ा जा सके वह केवल पंच कार्ड है। जैसे ही चुंबकीय मीडिया की रेट कम हो जाएगी वैसे ही यह पंच कार्ड का भी इस्तेमाल कम हो जाएगा।

    क्या पंच कार्ड आज भी इस्तेमाल होते हैं (are punch cards used today)

    पंच कार्ड 1900 में डाटा को स्टोर करने और रेट्रीव करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था और बाकी के स्टोरेज डिवाइस को इसने 1960 में हटा दिया था। पर आज के समय में इसे थोड़ा कम इस्तेमाल किया जाता है।

    क्या पंच कार्ड इनपुट डिवाइस हैं (is punch card an input device in hindi)

    नहीं इस तरह के कार्ड इनपुट डिवाइस नहीं है। हालांकि जो पंच कार्ड रीडर होता है वह इनपुट डिवाइस माना जाता है क्योंकि यह कार्ड से डाटा को लेता है और दूसरे कम्प्युटर में उसे भेजने का काम करता है।

    इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

    2 thoughts on “पंच कार्ड क्या है? परिभाषा, जानकारी”

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