10 फरवरी 2022 को उत्तर-प्रदेश (UP Elections) में प्रथम चरण के चुनाव के साथ ही शुरू हुआ चुनावी महासमर 07 मार्च को जाकर समाप्त हो गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश सहित कुल 5 राज्यों क्रमशः उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव करवाये गए। अब सबकी निगाहें 10 मार्च पर जा टिकी हैं जब इन विधानसभा चुनावों का परिणाम आएंगे।
उत्तर-प्रदेश चुनाव (UP Elections) के 7वें चरण में 9 जिले में हुई वोटिंग
उत्तर-प्रदेश चुनाव 2022 (UP Elections) के सातवें और आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM M0di) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) सहित पूर्वांचल के 9 जिलों में वोटिंग हुई। वाराणसी सहित गाज़ीपुर, चंदौली, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, मिर्जापुर, सोनभद्र, और भदोही जिलों के कुल 54 सीटों पर 613 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला ईवीएम (EVM) में कैद हो गयी।
कई बड़े नामों के किस्मत का फैसला होगा उत्तर-प्रदेश चुनाव 2022 (UP Elections) के इस चरण में
सातवें चरण में पूर्वांचल के जिन इलाकों में वोटिंग हुई है वहाँ चुनावी मैदान में कई बड़े नाम अपना किस्मत आजमा रहे हैं। इस सूची में प्रदेश की भाजपा सरकार के कई मंत्री भी शामिल हैं।
राज्य सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री (Backward class welfare Minister) श्री अनिल राजभर, संस्कृति मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) श्री नीलकंठ तिवारी, आवास व नगरीय योजना मंत्री श्री गिरीश यादव सहित कई राज्य मंत्रियों का अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों की जनता द्वारा किस्मत की चाभी ईवीएम में कैद हो गई है।
शाम 5 बजे तक औसतन 54.18% मतदान
चुनाव आयोग के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से द्वारा जारी एक वीडियो में आयोग के प्रवक्ता द्वारा बताया गया कि उत्तर-प्रदेश चुनाव 2022 (UP Elections) सातवें चरण में शाम 5 बजे तक औसतन 54.18% मतदान हुआ।
उत्तर प्रदेश विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022
सातवें चरण के अंतर्गत 9 जनपदों में सायं 5 बजे तक कुल औसतन मतदान 54.18% रहा।@ECISVEEP @SpokespersonECI #ECI#AssemblyElections2022 #विधानसभाचुनाव2022 #GoVote#GoVoteUP_Phase7 pic.twitter.com/vx2XfWoB7W
— CEO UP #DeshKaMahaTyohar (@ceoup) March 7, 2022
एग्जिट पोल्स (Exit Polls): “कयासों का बाजार गरम”
चुनाव खत्म होने आधिकारिक समय के ठीक बाद मीडिया और अन्य चुनाव विश्लेषकों द्वारा अपने-अपने स्रोतों और डेटाबेस के आधार पर इन राज्यों के चुनावों के एग्जिट पोल्स (Exit Polls) सामने आने लगे।
इन सभी राजनीतिक-पंडितों की मानें तो कमोबेश सभी एग्जिट पोल्स (Exit polls) में उत्तर-प्रदेश (यूपी) और मणिपुर में फिर से बीजेपी (BJP) की वापसी तय है; वहीं उत्तराखंड और गोवा में कांग्रेस की वापसी के पूरे आसार जताए जा रहे हैं। हालाँकि, इन एग्जिट पोल के अनुसार उत्तराखंड में बीजेपी और कांग्रेस में काँटे की टक्कर होने वाली है।
इन एग्जिट पोल्स के अनुसार पंजाब में एक बड़ा उलटफेर होने वाला है और यहाँ अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनने जा रही है और सत्तारूढ़ कांग्रेस के हाँथ से कमान खिसकती जा रही है। बता दें कि 2017 के पंजाब चुनाव के बाद भी एग्जिट पोल (Exit polls) में भी तमाम चैनलों और मीडिया हलकों में AAP आगे बताई जा रही थी परंतु परिणाम कांग्रेस के पक्ष में था।
गौरतलब है कि एग्जिट पोल (Exit polls) कोई सटीक भविष्यवाणी नहीं होती बल्कि सूत्रों के सहारे जुटाए गए एक उचित सैंपल सर्वे और उनके जमीनी अनुभवों के ऊपर आधारित होती है। इसलिए एग्जिट पोल्स (Exit Polls) को एक अनुमान के तौर पर ही देखा जाना चाहिए।
चुनाव परिणाम के किसी भी नतीजे तक पहुंचने के लिए बेहतर है कि थोड़ा इंतजार किया जाए जब 10 मार्च, गुरुवार, को असली परिणाम आएंगे और उस दिन ही पता चलेगा कि किस राज्य में किसके सिर जीत का सेहरा बंधने वाला है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिहाज़ से भी महत्वपूर्ण है इन राज्यों के चुनाव परिणाम
22 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति श्री कोविंद का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। इसलिए इन चुनाव परिणामों का असर निःसंदेह 2022 के मध्य में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर पड़ने वाला है।
राष्ट्रपति चुनाव में हर राज्य के विधायक भाग लेते हैं और उनके एक वोट की कीमत (Weightage) अलग-अलग राज्यो में अलग-अलग होती है। मसलन उत्तर प्रदेश (UP) के एक विधायक के वोट की।कीमत 208 है । वहीं पंजाब के एक वोट की कीमत 116, उत्तराखंड के लिए 64, गोवा के लिए 20 और मणिपुर के लिए एक विधायक के वोट की कीमत 18 है।
ऐसे में इन राज्यो के विधानसभा में किस दल के कितने विधायक चुनकर आते हैं, इसका असर राष्ट्रपति चुनाव पर पड़ने वाला है