Thu. Sep 19th, 2024

    Category: भाषा

    गुणवाचक विशेषण के उदाहरण, परिभाषा एवं भेद

    गुणवाचक विशेषण की परिभाषा जो शब्द किसी संज्ञा या सर्वनाम का गुण, दोष, आकार-प्रकार रंग रूप गंध आदि बताते हैं, वे शब्द गुणवाचक विशेषण कहलाते है। जैसे: गुणवाचक विशेषण के…

    संख्यावाचक विशेषण : परिभाषा, भेद, उदाहरण

    संख्यावाचक विशेषण की परिभाषा ऐसे विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की संक्या का बोध कराते हैं, वे संख्यावाचक विशेषण कहलाते हैं। जैसे: दुनिया में सात अजूबे हैं। इस…

    परिमाणवाचक विशेषण : परिभाषा एवं उदाहरण

    परिमाणवाचक विशेषण की परिभाषा ऐसे शब्द जो हमें किसी संज्ञा या सर्वनाम के नाप-तौल या मात्रा का बोध कराएं, वे शब्द परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं। जैसे : दो किलो चीनी, चार…

    समास : परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

    समास की परिभाषा समास का मतलब है संक्षिप्तीकरण। दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक नया एवं सार्थक शब्द की रचना करते हैं। यह नया शब्द ही समास कहलाता…

    सयुंक्त क्रिया : परिभाषा एवं उदाहरण

    सयुंक्त क्रिया की परिभाषा ऐसी क्रिया जो किन्ही दो क्रियाओं के मिलने से बनती है वह सयुंक्त क्रिया कहलाती है। अगर हम दुसरे शब्दों में कहें तो जब दो क्रिया…

    क्रिया : परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

    क्रिया की परिभाषा ऐसे शब्द जो हमें किसी काम के करने या होने का बोध कराते हैं, वे शब्द क्रिया कहलाते हैं। जैसे: पढ़ना, लिखना, खाना, पीना, खेलना, सोना आदि।…

    सकर्मक क्रिया : परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

    सकर्मक क्रिया की परिभाषा जिस क्रिया में कर्म का होना ज़रूरी होता है वह क्रिया सकर्मक क्रिया कहलाती है। इन क्रियाओं का असर कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़ता…

    प्रेरणार्थक क्रिया : परिभाषा एवं उदाहरण

    प्रेरणार्थक क्रिया की परिभाषा जिस क्रिया से ज्ञान हो कि कर्ता स्वयं कार्य को न करके किसी अन्य को कार्य करने की प्रेरणा देता है वह प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है।…

    अकर्मक क्रिया : परिभाषा एवं उदाहरण

    अकर्मक क्रिया की परिभाषा जिस क्रिया का फल कर्ता पर ही पड़ता है वह क्रिया अकर्मक क्रिया कहलाती हैं। इस क्रिया में कर्म का अभाव होता है। जैसे : श्याम…