बाज़ार को बहुत बड़े घाटे पर लाकर खड़ा करने व अब अपने डूबने के कगार पर आ चुकी लीज़िंग कंपनी IL&FS के प्रबंधन के उच्च अधिकारियों के खिलाफ सरकार ने लूक आउट नोटिस जारी किया है। सरकार द्वारा कंपनी के वाइस चेयरमैन हरिशंकरन व प्रबंध निदेशक रमेश बावा तथा निदेशक के रामचंद के खिलाफ लूक-आउट नोटिस जारी कर दिया गया है।
अबकी सरकार ने ये कदम ऐतिहातन समय रहते उठाया है, उसका कारण ये है कि पिछली बार इसी देरी का फायदा उठाकर पीएनबी घोटाले के दोषी नीरव मोदी व मेहुल चौकसी देश छोड़ कर भाग गए थे।
अब कंपनी का इनमे से कोई भी अधिकारी जांच चलने तक देश छोड़ कर नहीं जा सकेगा।
सरकार ने इसके सापेक्ष अपना पक्ष सामने रखते हुए कहा है कि ‘फिलहाल सरकार ने इन सभी लोगों के ऊपर देश छोडने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन सरकार अभी इनके वर्तमान में चल रहे कामकाज पर किसी भी तरह की दखल नहीं दे रही है।’
मालूम हो कि अभी सरकार ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) को इस मामले को देखने के लिए भेजा है। NCLT जरूरत पड़ने पर अपने हिसाब से इसके प्रबंधन में भी बदलाव करेगी। इस कंपनी ने छोटी व मध्यम स्तर की बहुत सी कंपनियों को फाइनेंस किया है, लेकिन बाद में ये कंपनी अपने उस पैसे को रिकवर नहीं कर पायी, जिसके चलते खुद इस कंपनी पर करीब 90 हज़ार करोड़ का क़र्ज़ हो गया है।
माना जा रहा है कि इसी के साथ अभी बाज़ार में इसका प्रभाव पड़ेगा। अभी बीते सोमवार ही आरबीआई ने बाज़ार में करीब 36,000 करोड़ रुपये लगाने का निर्णय किया है। आरबीआई की इस कोशिश के बाद ये माना जा रहा है कि इस बार त्योहारों के सीज़न में बाज़ार को किसी भी तरह कि अनिश्चितता का सामना नहीं करना पड़ेगा।