Boris Johnson Resigns: कल गुरुवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने राजनीतिक संकट के कारण अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। जॉनसन ने लंदन स्थित डाउन स्ट्रीट (ऑफिसियल PM आवास) से कल इसकी घोषणा करते हुए कहा कि जब तक कि नए नेता का चयन नही हो जाता, वे प्रधानमंत्री के कार्यभार को जारी रखेंगे।
I want to thank you, the British public, for the immense privilege of serving you as Prime Minister.
I want you to know that from now until my successor is in place, your interests will be served and the government of the country will be carried on.https://t.co/T4kJoxmZ8q pic.twitter.com/Hn4rDUV319
— Boris Johnson (@BorisJohnson) July 7, 2022
कल तक प्रधानमंत्री, लेकिन अब “पूर्व प्रधानमंत्री” बोरिस जॉनसन को अपनी पार्टी के भीतर के साथ साथ चौतरफा उनके कार्य-प्रणाली और कार्य-व्यवहार को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था।
प्रधानमंत्री (Boris Johnson) के इस्तीफ़े के पीछे यूँ तो कई वजहें हैं जिसमे प्रमुख वजह Covid-19 के lockdown के नियमों को गैरकानूनी रूप से तोड़कर PM और उनके समर्थकों द्वारा उनके आवास पर पार्टी किया जाना तथा कई अन्य प्रकार के घोटालों का जिक्र है।
5 Reasons…Why Boris Johson Resigned:
आइए जानते हैं क्या हैं वे 5 प्रमुख वजहें जिसके कारण ब्रिटेन में राजनीतिक संकट आ गया है और PM जॉनसन को इस्तीफ़ा देना पड़ा:
1. The Chris Pincher Scandal:
ब्रिटेन में उपजी राजनीतिक उथल पुथल में सबसे बड़ा और ताजा मुद्दा सांसद क्रिस पिंचर (Chris Pincher) के व्यवहार को लेकर है। पिंचर, जो कंजर्वेटिव पार्टी के उप व्हिप प्रमुख (Deputy Chief Whip) हैं, 29 जून को एक प्राइवेट क्लब पार्टी में जरूरत से ज्यादा नशे में आ गए थे। पिंचर के शब्दों में ही कहें तो उन्होंने जरूरत से ज्यादा पीकर खुद को शर्मिंदा किया है।
पिंचर के ऊपर पहले भी सेक्सुअल मामलों में आरोप लगे हैं। जिसके बारे में पहले तो PM (Boris Johnson) कार्यालय ने कहा था कि उन्हें, पिंचर को उप व्हिप प्रमुख नियुक्त करते वक़्त ऐसे निजी आरोपों की जानकारी नहीं थी; लेकिन 4 जुलाई को BBC ने रिपोर्ट में यह उजागर किया कि PM जॉनसन को पिंचर पर लगे इन आरोपो की जानकारी थी, बावजूद इसके उनको व्हिप जैसे प्रमुख पद दिया गया।
इसके बाद PM बोरिस जॉनसन को यह स्वीकार करना पड़ा कि उन्हें इन आरोपों की जानकारी थी और वह इसके लिए खेद प्रकट करते हैं।
2. Boris Johnson Party-Gate Row
इसी साल अप्रैल में PM Boris Johnson को उनके द्वारा जून 2020 में बर्थडे पार्टी के दौरान लॉक डाउन के नियमों के उलंघन के मामले में फाइन किया गया था। उन्होंने लॉक डाउन के प्रथम चरण के दौरान भी “Bring Your Own Booze” पार्टी के लिए भी खेद प्रकट करते हुए माफी मांगी है थी।
पिछले साल दिसंबर में उन्होंने “Commons” को बताया था कि उपरोक्त पार्टी के दौरान हर तरह के कोविड-19 से जुड़े तरह के नियमों का पालन किया था। लेकिन अब जबकि न्यायालय से उन (Boris Johnson) पर उन्हीं पार्टियों के लिए फाइन किया गया है तो ऐसे में उनके खिलाफ “Commons’ Committee” यह जाँच कर रही है कि क्या PM जॉनसन ने सदन को जानबूझकर कर गुमराह किया है?
3. बढ़ती महंगाई और टैक्स
ब्रिटेन में मुद्रास्फीति (Inflation) की दर इस समय वर्तमान मूल्यों पर 9.1% के स्तर पर है। इस से पूरे देश मे महंगाई चरम पर है।
यह सच है कि इस महंगाई के पीछे की कई वजहें प्रधानमंत्री (Boris Johnson) के नियंत्रण में नहीं है। जैसे- रूस यूक्रेन युद्ध के कारण उत्पन्न परिस्थितियां आदि।
इस से बढ़े खाद्य पदार्थों व ईंधन के मूल्यों में सरकार ने राहत देने की कोशिश भी की लेकिन दूसरी तरफ स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ करने के नाम पर अप्रैल के महीने मे टैक्स दरों को भी बढ़ा दिया गया।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) के इस कदम का असर यह हुआ कि पार्लियामेंट में ही उनकी नीतियों को लेकर राजनीतिक संकट उभरने लगा।
4. ओवेन पैटरसन (Oven Paterson) विवाद
पिछले साल अक्टूबर में हाउस ऑफ कॉमन्स (House Of Commons) कमिटी ने कंज़र्वेटिव पार्टी के MP ओवेन पैटरसन को 30 दिनों के लिए बर्खास्त कर दिया था। कमिटी के मुताबिक, ओवेन ने सदन के नियमों को तोड़कर उन कंपनियों को फायदा पहुंचाने का काम किया है जो उन्हें भुगतान करती है।
लेकिन बोरिस जॉनसन के नेतृत्व वाली पार्टी ने इस बर्खास्तगी पर रोक लगाने के पक्ष में मतदान किया था। हालांकि इसके बाद उत्पन्न विवादों को देखते हुए MP ओवेन पैटरसन ने खुद ही इस्तीफ़ा दे दिया था।
5. कर्तव्य निर्वहन के प्रति गैरजिम्मेदाराना व्यवहार
Boris Johnson की पार्टी “Brexit” के मुद्दे पर स्पष्ट बहुमत से चुनकर आयी और सरकार बनाई थी। लेकिन उसके बाद से ही उनके ऊपर गैरजिम्मेदाराना व्यवहार और विचारों के अभाव का आरोप लगता रहा। उनके अपनी पार्टी के कार्यकर्ता और MP भी उन पर काम के प्रति जिम्मेदार और समर्पण की कमी का आरोप लगाते रहे हैं।
उपचुनावों में लगातार पार्टी की हार होती रही और अंततः बोरिस जॉनसन के समर्थन वाले सांसदों ने ही इस्तीफ़ा देना शुरू कर दिया। इस वजह से उत्पन्न राजनीतिक संकट का असर यह हुआ कि आखिरकार PM (Boris Johnson) को ही अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा।