Border-Gavaskar Trophy (BGT) 2022 श्रृंखला का पहला टेस्ट मैच कल (09 Feb) से विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन, नागपुर (Vidarbha Cricket Association-VCA Nagpur) के मैदान में शुरू होने जा रहा है।
ICC की टेस्ट रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया प्रथम पायदान पर है वहीं भारत दूसरे स्थान पर है। लिहाज़ा उम्मीद जताई जा रही है कि कल जब दोनों दल के खिलाड़ी सफेद कपड़ो में मैदान पर उतरेंगे तो काँटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
ऐसे में भारत के पास मौका है कि वह अपने घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाते हुए इस सीरीज में जीत दर्ज कर के ऑस्ट्रेलिया से नंबर 1 का ताज छीन सके। साथ ही, अगर ऐसा होता है तो भारत के लिए आगामी जून में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC Final 2023) के फाइनल में जगह बनाने की राह और भी आसान हो जाएगी।
Nagpur 📍
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— BCCI (@BCCI) February 8, 2023
एशेज से भी ज्यादा उत्साह Border-Gavaskar Trophy को लेकर
कल नागपुर के VCA स्टेडियम में क्रिकेट के सबसे पुराने प्रारूप टेस्ट मैच खेलने विश्व की शीर्ष दो दल उतरेंगे तो ज़ाहिर है कि खेल इतना आसान रहने वाला नहीं है। फिर इस Border-Gavaskar Trophy के पिछले 2 संस्करणों में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर पर जाकर मात दी है।
पैंट कमिंस (Captain Pat Cummins) की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के उपर मनोवैज्ञानिक दवाब भी है। पूर्व खिलाड़ी और ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने इस सीरीज के मद्देनजर इतनी बातें की हैं कि अब यह महज़ खेल नहीं बल्कि यह कोई साख़ की लड़ाई बन गई है।
कुल-मिलाकर, इसे लेकर भारत मे और ऑस्ट्रेलिया से इतर अन्य देशों के क्रिकेट जगत में वही उत्साह देखने को मिल रहा है जो कभी ऐतिहासिक एशेज सीरीज के लिए दुनिया भर में देखने को मिलता था।
रोहित शर्मा की बतौर भारतीय कप्तान एक बड़ी परीक्षा
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा निःसंदेह एक बेहतरीन लीडर हैं और उनके नेतृत्व क्षमता पर कोई शक नहीं है। आईपीएल और सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनके रिकॉर्ड भी इस बात को साबित करते हैं।
परंतु बतौर टेस्ट कप्तान यह उनकी सबसे बड़ी परीक्षा होगी। रोहित इस से पहले भी भारतीय टीम का नेतृत्व कर चुके हैं लेकिन किसी बड़े सीरीज जिसमें ऑस्ट्रेलिया जैसी मज़बूत टीम सामने हो, यह उनकी असली परीक्षा होगी।
बतौर बल्लेबाज भी रोहित लगभग 1 साल बाद टेस्ट मैचों में वापसी कर रहे होंगे। ऐसे में उनके ऊपर टीम को अच्छी शुरूआत देने की भी बड़ी जिम्मेदारी होगी।
अंतिम एकादश (Final XI) को लेकर माथापच्ची
टीम के प्रमुख विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की अनुपस्थिति और BGT-2023 (Border-Gavaskar Trophy) के ठीक पहले श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण भारतीय टीम में इस समय मिडिल आर्डर में एक बल्लेबाज की जगह खाली है।
इस एक स्थान के लिए टीम में कई दावेदार हैं। विश्व के नंबर एक T-20 बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव को उनके हालिया फॉर्म को देखते हुए टेस्ट मैचों के लिए भी टीम में जगह दी गयी है। वे श्रेयस अय्यर के स्थान पर मौजूदा टीम में सबसे बेहतर दावेदार हैं, लेकिन उनके पास टेस्ट मैचों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई अनुभव नहीं है।
वहीं शुभमन गिल भी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला में ढेरों रन बनाए हैं। गिल के पास टेस्ट मैचों के अनुभव भी है; पर उन्होंने कभी मिडिल आर्डर में बल्लेबाजी नहीं किया है। ऐसे में श्रेयस के जगह उनको टीम में शामिल किया जाना एक 50-50 वाला मामला है।
कप्तान रोहित और टीम प्रबंधन के लिए एक और माथापच्ची स्पिनरों को लेकर भी है। ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा चोट के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं और उनका खेलना लगभग तय है। टीम अश्विन को भी भारत मे खेले जा रहे टेस्ट मैचों से बाहर रख नही सकती।
ऐसे में बतौर पांचवां गेंदबाज, भारतीय टीम कोई तेज गेंदबाज को खिलाना चाहेगी या फिर एक तीसरा स्पिनर को उतारा जा सकता है। अगर तीसरा स्पिनर खेलता है तो अक्षर पटेल और कुलदीप यादव के बीच किसी एक को चुनना बेहद मुश्किल फैसला होगा।
कुल मिलाकर रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़ और टीम प्रबंधन (Team Management) को मैच के पहले अंतिम एकादश के चयन को लेकर खूब माथापच्ची करनी होगी। कप्तान रोहित ने भी अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज यह माना,
“सही एकादश का चयन जरूर मुश्किल है लेकिन यह एक सुखद सरदर्द है। सभी खिलाड़ी फॉर्म में है। हम मैच के दिन के हालात और पिच को देखकर टीम अंतिम ग्यारह का निर्णय करेंगे।”
मेहमानों को सता रहा है फ़िरकी का डर
Border-Gavaskar Trophy 2023 के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम गेंदबाजी के मोर्चे पर पहले ही चोट के कारण प्रमुख गेंदबाजों जोश हेजलवुड तथा मिचेल स्टार्क की सेवाओं से वंचित रहेगी। हाल के एक-दो सालों में टीम में पक्का स्थान बनाने वाले ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन भी चोट के कारण चयन के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
गेंदबाज़ी में ताकत घटी तो ऑस्ट्रेलियाई खेमा को उम्मीद होगी कि उनके दिग्गज बल्लेबाज कुछ अतिरिक्त रन बोर्ड पर लगा दें जिस से गेंदबाजी की कमजोरियों को एक सहारा मिले। लेकिन कंगारू बल्लेबाज पहले ही भारतीय स्पिन अटैक को देखकर थोड़े सहमे से और मनोवैज्ञानिक दवाब में दिख रहे हैं।
उनके दिमाग मे अश्विन-जडेजा-कुलदीप-अक्षर की चौकड़ी का डर ऐसा घर कर गया है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत पहुंचने के बाद अपने प्रैक्टिस मैच को रद्द कर के अश्विन जैसा एक्शन वाला एक भारतीय लोकल गेंदबाज की गेंदबाजी पर प्रैक्टिस करना ज्यादा मुनासिब समझा।
उसके बाद भारतीय सरजमीं पर यह सर्वविदित है कि स्पिनरों को पिच से भी थोड़ी मदद मिलती है। उन्हें मालूम है कि भारतीय स्पिन चौकड़ी के किसी भी गेंदबाज को अगर पिच और वातावरण से थोड़ी सी भी मदद मिली तो वे अकेले ही मैच का पासा पलट सकते हैं।
हालांकि, भारतीय टीम को भी यह नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया के पास भी नाथन लियोन (Nathan Lyon) के रूप में अश्विन जैसा ही दिग्गज स्पिनर उपलब्ध है। साथ मे एस्टन आगर (Aston Agar) भी स्पिन गेंदबाजी से किसी भी बल्लेबाज को परेशान करने में सक्षम हैं।
भारतीय बल्लेबाजों में इस समय कप्तान रोहित (Rohit Sharma) को छोड़कर अन्य सभी बल्लेबाज पिछले कुछ वर्षों में स्पिन के खिलाफ थोड़े फंसकर खेलते हैं। ऐसे में अगर भारत स्पिन के अनुकूल पिच बनाता है तो भारतीय बल्लेबाजों के लिए भी मुश्किलें हो सकती हैं।
फिलहाल भारत के पास है Border-Gavaskar Trophy
इस समय BGT का ताज भारतीय टीम के सिर पर है। पिछले संस्करण में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर पर 2-1 से ऐतिहासिक रूप से हराया था।
अब जब दोनों टीमें इस ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy 2023) के लिए एक बार फिर भिड़ेंगी तो एक तरफ़ रोहित & कंपनी पर खिताब को बचाने का दवाब होगा, वहीं ऑस्ट्रेलिया भारत को उसके घर पर हराकर न सिर्फ इसे वापस हासिल करना चाहेगी बल्कि पिछले संस्करणों की हार का बदला भी चुकता करना चाहेगी।