महेंद्र सिंह धोनी पिछले कुछ वर्षों में भारतीय क्रिकेट में एक सच्चे प्रतीक हैं। सबसे सफल कप्तानों में से एक, जिन्होंने खेल खेला है, धोनी ने खेल के लिए सबसे अधिक काम किया है और अपने राज्य झारखंड का नाम विश्व क्रिकेट मानचित्र में रखा है। रांची में झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) स्टेडियम में अब शहर के बेटे के नाम पर एक स्टैंड होगा। जेएससीए स्टेडियम में स्थित दक्षिण स्टैंड को अब ‘एमएस धोनी पवेलियन’ के नाम से जाना जाएगा और स्टेडियम में पहले से ही एक प्लेकार्ड लगाया गया है।
धोनी, जिन्होने साल 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना डेब्यू किया था, उनका इस बार के विश्वकप के लिए एक आसान सफर नही रहा है। कई जगह पर बल्लेबाजी करते हुए, उन्होने संघर्ष कर अपना रास्ता बनाया और भारत के लिए अपनी विरासत को बनाए रखा। रांची का यह खिलाड़ी इस समय विश्व का सबसे सफल क्रिकेटरो में से एक है और एक छोटे शहर के संघर्षकर्ता बनने से लेकर राष्ट्रीय आइकन बनने तक का लंबा सफर तय किया है।
घरेलू क्रिकेट में अपने बल्ले से धमाल मचाने के बाद, धोनी ने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने के बाद अपने बल्ले से मजबूत हिटिंग करने की घोषणा कर दी थी। हालांकि, उसके बाद उनके लिए सबसे बड़ा लम्हा तब आया जब उन्होने साल 2007 आईसीसी टी-20 विश्वकप में भारत की कप्तानी कर खिताब पर कब्जा किया।
बाद में उन्हें बाकि प्रारूपों के लिए भारतीय टीम का कप्तान नामित किया गया और 2011 में 28 साल के लंबे इंतजार के अंत में देश को अपने दूसरे विश्व कप मुकुट तक पहुंचा दिया। उन्होंने टेस्ट में भारत को नंबर 1 रैंकिंग तक पहुंचाया और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद एशिया कप जीता और सभी प्रमुख आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले पहले कप्तान बने।
उस दिन के बाद अबतक, भारत के पूर्व कप्तान केवल एक ऐसे कप्तान है जिनके पास आईसीसी की सभी बड़ी ट्रॉफी है। खेल के लिए उनकी अविश्वसनीय सेवा का सम्मान करने के लिए, झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन ने रांची के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में उनके नाम पर एक स्टैंड का नाम तय किया। आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि जब भारत 08 मार्च को आयोजन स्थल पर आगामी पांच मैचों की श्रृंखला के तीसरे एकदिवसीय मैच में ऑस्ट्रेलिया से खेलेगा तब इसकी घोषणा की जाएगी।
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— ˗ˏˋBestOfDhoniˎˊ (@BestOfDhoni) February 11, 2019
धोनी को पहले ही राज्य के सर्वोच्च नागरिक आदेश – झारखंड रत्न से सम्मानित किया जा चुका है और उन्हें भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने 2014 में खेल के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास लेने से पहले भारत के लिए 90 टेस्ट मैच खेले थे। हालांकि, वह वर्तमान भारतीय टीम के लिए एकदिवसीय और 3 टी-20 में एक मार्गदर्शक बल बने हुए हैं और 50 ओवर के प्रारूप में अबतक 333 मैच खेल चुके है।
उनके नाम अंतरारष्ट्रीय प्रारूप टेस्ट में 4876, वनडे में 10415 और टी-20 में 1548 रन है। धोनी इस समय विश्व में नंबर एक विकेटकीपर भी कहा जाता है क्योंकि वह बिजली की तेज रफ्तार से जल्दी स्टंपिंग करते है। वह 2019 विश्वकप के लिए भारत के सबसे अनुभवी खिलाड़ी भी है और अभिन्न हिस्सा भी है क्योंकि वह इंग्लैंड और वेल्स में आने वाले विश्वकप में टीम के लिए अहम भूमिका में रहेंगे।