भारत के पूर्व हॉकी कप्तान और अर्जुन अवॉर्ड विजेता एन मुकेश कुमार ने 307 अंतरराष्ट्रीय मैचो में भारत के लिए 84 गोल लगाए है। लेकिन अब वह एक बड़ी परेशानी में फंस गए है। पूर्व कप्तान के खिलाफ फर्जी प्रमाणपत्र बनवाने के लिए एफआईआर दर्ज करवाई गई है। उनके ऊपर सिकंदराबाद तहसीलदार से नकली प्रमाणपत्र बनावने का आरोप लगाया गया है।
उनके ऊपर 25 जनवरी दो हफ्ते पहले एफआईआर दर्ज करवायी गई थी, लेकिन वह सुर्खियों में अब आए है। इसमें उनके भाई एन सुरेश कुमार पर भी शामिल है। बोवेनपल्ली पुलिस के तहत दर्ज प्राथमिकी में उन पर एक जाली दस्तावेज के रूप में धोखाधड़ी करने और उनका उपयोग करने का आरोप लगाया गया है।
बोवेनपल्ली पुलिस के एसएचओ डी.राजेश ने कहा है,” हमने एफआईआर दर्ज करने के बाद इस मामले कोई छानबीन नही कि क्योंकि हम किसी और काम से व्यस्त चल रहे थे। हम आगे आने वाले दिनो में उनके ऊपर कड़े फैसले लेंगे।”
तीन बार ओलंपिक में भाग ले चुके एन मुकेश ब्राह्मण समाज से आते है। 2007 में इंडियन एयरलाइंस में नौकरी पाने के लिए उन्होने नकली दस्तावेज बनवाए थे। उनके भाई ने भी एयरलाइंस में नौकरी पाने के लिए उनके जैसा ही किया।
इंडियन एयलाइंस के अधिकारियो को सबसे पहले इस बात की जानकरी मिली थी कि वह अनुचित समुदाय से नही आते है। जिसके बाद जांच में पता लगा था कि मुकेश और सुरेश दोनो ब्राह्मण समाज के है और धोखे से जाति प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया था। मुकेश ने साल 1992 बार्सिलोना, 1996 अटलांटा और 2000 सिडनी में ओलंपिक में भाग लेते हुए भारत का प्रतिनिधित्व किया था।