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    यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह

    कहते है आपका अतीत हमेशा आपसे जुड़ा रहता है। चाहे समय कितना भी बीत जाए गुजरा हुआ अतीत बार बार आपसे प्रश्न करता रहता है। यह बात इस समय मुलायम सिंह यादव पर यथार्थ प्रतीत होती नजर आ रही है।

    1990 के कार सेवक फायरिंग का एक मामला, अब 2017 में जाकर उनके लिए मुसीबत बनता जा रहा है। यूपी के राणा संग्राम सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में 1990 में कार सेवको पर गोली चलाने का आदेश देने के लिए मुलायम सिंह यादव पर ये मुकदमा किया है।

    आपको बता दे कि 6 फ़रवरी 2014 को एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा था कि देश हित के लिए उस वक्त पुलिस ने उनके आदेश पर गोली चलाई थी। उनके इस बयान के बाद राणा संग्राम सिंह ने उनपर हत्या करने और आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा दर्ज करने का मांग किया है।

    गौरतलब है कि पिछले साल लखनऊ में दिए एक बयान में मुलायम ने एक बार फिर कहा था कि उस दिन गोली उनके इशारे पर चलायी गयी थी। और अगर उस दिन 6 के जगह 30 कारसेवक भी होते तो भी वह पीछे नहीं हटते क्यूंकि ये मामला देश हित से जुड़ा था।

    अपने बयान में उन्होंने कहा था देश सबसे ऊपर है और इसके लिए हर तरह का बलिदान करने को वो तैयार है। मुलायम ने आगे कहा  था कि अगर उस वक्त कारसेवको पर गोली नहीं चलवाते तो मुसलमानो का देश से विश्वास उठ जाता।