गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश का सियासी पारा उफान पर है। राज्य में बीजेपी को घेरने के लिए कांग्रेस पार्टी कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है। इसी नीति के तहत देश के पूर्व प्रधानमंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह गुजरात के अहमदाबाद में कारोबारियों को संबोधित किया।
अहमदाबाद में बड़े तथा छोटे कारोबारियों को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि बुधवार को नोटबंदी जैसी विनाशकारी नीति का एक साल पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर का दिन देश की अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र दोनों के लिए सबसे काला दिन है। कम कैश इकॉनोमी वाले किसी भी देश ने नोटबंदी जैसा विनाशकारी कदम नहीं उठाया है जिसकी 86 फीसदी करेंसी खत्म हो चुकी हो।
मनमोहन सिंह ने कहा कि जो बात मैंने संसद में कही थी उसे मैं एक बार फिर दोहरा रहा हूं कि देश में 8 नवंबर को लागू की गई नोटबंदी एक संगठित लूट और वैध ठहराई गई चोरी थी। उन्होंने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी के दुष्प्रभाव ने देश में छोटे कारोबारियों की कमर तोड़कर रख दी है। टैक्स टेरिरिज्म का डर कारोबारियों को सता रहा है।
नोटबंदी का साफ असर तो इससे भी स्पष्ट हो रहा है कि साल 2016—17 की पहली छमाही में हमने चीन से 1.96 लाख करोड़ का आयात किया वहीं साल 2017—18 में यही आयात बढ़कर 2.41 करोड़ लाख टन हो गया। मनमोहन सिहं ने कहा कि इंपोर्ट में करीब 23 फीसदी की बढ़ोतरी नोटबंदी का ही असर है।
अहमदाबाद से मुंबई तक के लिए निर्धारित की गई बुलेट ट्रेन परियोजना पर कटाक्ष करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि देश में बुलेट ट्रेन चलाने का कोई औचित्य नहीं था जबकि इस योजना को बिल्कुल शाही तरीके से लांच किया गया।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बुलेट ट्रेन पर तो जरूर ध्यान दिया लेकिन वो ब्रॉड गेज रेलवे को अपग्रेड कर हाईस्पीड ट्रेन चलाने पर जोर दे सकते थे। मनमोहन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी जिस वन नेशन जीएसटी की बात करते हैं, यदि इसे लागू करते समय सरदार पटेल से प्रेरणा लेते तो इसके परिणाम कुछ और ही होते।