पिछले एक साल में जिओ की गीगाफाइबर ब्रॉडबैंड सेवाओं ने बहुत सुर्खियाँ बटोरी हैं। ऐसा खासकर इसकी स्पीड को लेके हुआ है। माना जा रहा है की इस ब्रॉडबैंड के प्रदाता 1 Gbps स्पीड प्रदान करने का वादा करते हैं। कुछ समय पहले रिपोर्ट आयी थी की यह वर्ष 2019 में मार्च में लॉन्च होगा। लेकिन हाल ही में पता चला है की इसकी लॉन्च में और समय लग सकता है।
क्या है देरी की वजह :
सूत्रों से पता चला है की गीगा फाइबर का निर्माण शुरू हो चुका है और भारत के कुछ शहरों में तो इसकी सुविधाएं भी शुरू की जा चुकी हैं लेकिन कुछ अन्य शहरों में जहां ये लांच होने जा रहा था, लास्ट माइल कनेक्टिविटी दिक्कतों के चलते लांच नहीं हो पाया है और यह मानना है की अब इसके लांच में समय लगेगा और मार्च के बाद इसे लांच किया जाएगा।
जिओ गीगाफाइबर की जानकारी :
रिलायंस द्वारा प्रदान की जाने वाली यह एक ‘ऑल इन वन सॉल्यूशन सर्विस’ है।इसका मतलब है की केवल इस एक सुविधा से आप सभी उस्विधाओं का लाभ उठा सकेंगे जिसमें ब्रॉडबैंड, आईपीटीवी, लैंडलाइन, वर्चुअल रियलिटी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी सेवाएं शामिल हैं। रिलायंस इस सुविधा में 1 Gbps की इन्टरनेट स्पीड देने का दावा कर रहा है।
प्लान, मूल्य और इंस्टालेशन की जानकारी :
जिओ द्वारा हालांकि लांच करने की तारीख की पुष्टि नहीं की गयी है, लेकिन गीगाफाइबर ब्रॉडबैंड में उपलब्ध प्लान, उनका मूल्य और इंस्टालेशन मूल्य आदि के बारे में जानकारी जारी कर दी गयी हो।
हालांकि जिओ के प्लान और उनकी कीमतों की आधिकारिक पुस्ष्टि होना बाकी है, उम्मीद लगाई जा रही है की इन प्लानों की शुरुआत 500 रूपए से शुरू होगी जिसके अंतर्गत ग्राहकों को 100 Mbps स्पीड पर 300 GB डाटा मिलेगा।
दूसरी ओर, जिओ गीगाफाइबर प्रिव्यू ऑफर की भी घोषणा की गई है, जिसके तहत सभी नए जिओ गीगाफाइबर कनेक्शन पहले तीन महीनों के लिए 100Mbps पर मासिक 100GB के पूरक डेटा के साथ ग्राहकों को पेश किये जायेंगे।
ग्राहक मुफ्त में करा सकेंगे इंस्टालेशन :
प्लान की घोषणा करने के साथ-साथ जिओ ने यह भी कहा है की गीगाफाइबर ब्रॉडबैंड सेवा का इंस्टालेशन मुफ्त में किया जायेगा। लेकिन सब्सक्राइबर्स को सिक्योरिटी के रूप में 4500 रूपए जमा कराने होंगे जोकि रिफंड किये जा सकेंगे।
1100 शहरों से की जायेगी शुरुआत :
जिओ ने यह भी जानकारी दी है की गीगाफाइबर की शुरुआत पहले 1100 शहरों से की जायेगी और इसके बाद जों शहरों से ज्यादा लोग आवेदन करेंगे उन्ही शहरों में यह सर्विस शुरू की जायेगी। इसका मतलब पहले 1100 शहरों के बाद आवेदन के हिसाब से इस सुविधा को दुसरे शहरों में शुरू किया जाएगा।
इसकी शुरुआत में परिक्षण के बाद यह परिणाम सामने आये हैं की यह औसत 700 Mbps की स्पीड प्रदान करेगा।