कश्मीरी पंडितों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर स्थित शारदा पीठ की तीर्थयात्रा के लिए कुंभ मेले से आवाज़ उठाई हैं। ‘सेव शारदा कमिटी कश्मीर’ के नाम से संगठन इस मांग को बार-बार दोहरा रही है। शारदा पीठ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। कश्मीरी पंडित शारदा पीठ को एक पवित्र स्थल मानते हैं। मान्यता है कि यहां भगवान शिव की निवास है।
इस संगठन के संस्थापक रविंदर पंडित ने कहा कि शारदा पीठ का पवित्र मंदिर पाकिस्तान में हैं, इसलिए हम भारत और पाकिस्तान की सरकारों से दरख्वास्त कर रहे है कि जो इस मंदिर के दर्शन करना चाहता है उनके लिए वीजा सुविधा मुहैया की जाए। शारदा पीठ एक प्राचीन धार्मिक स्थल है। इसमे सबसे पुराना अध्ययन केंद्र है जिनकी अलग भाषा और संस्कृति है।
रविंदर ने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार को इस बाबत के बार लिखित में भी दिया था। उन्होंने बताया कि सभी प्रमुख पुजारियों ने पीओके के अधिकारियों से मांग की है कि वह शारदा पीठ मंदिर की संरचना की देखभाल करें। नियंत्रण रेखा के पास स्थित शारदा पीठ मंदिर शारदा गांव के नीलम घाटी में स्थित है। हिंदुस्तान के विभाजन के दौरान यह मंदिर सीमा के दूसरे हिस्से में चला गया था, जिससे भारतीय तीर्थयात्रियों की पंहुच से यह दूर होता गया। आज़ादी से पूर्व लोग इस पवित्र स्थल की यात्रा किया करते थे।
इससे पहले जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर करतारपुर गलियारे की तरह शारदा पीठ तक एक गलियारे के निर्माण की गुजारिश की थी। उन्होंने कहा कि शारदा पीठ एक पवित्र स्थल होने के अलावा, हिन्दू सममुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण ज्ञान और सीखने का गढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि करतारपुर गलियारे के कारण हिंदू समुदाय में शारदा पीठ तक यात्रा को एक आस जगी है।